चित्रकूट, 08 मार्च। Harsh Firing : शादी समारोह में हर्ष फायरिंग करना पिता को महंगा पड़ गया। गोली सिर में लगने से बेटे की मौत हो गई। जिससे विवाह घर में हंसी खुशी के पल के बीच कोहराम मच गया। साढ़ू के बेटी की शादी में आरोपित परिवार के साथ आया था। अभी किसी ने तहरीर नहीं दी है। कैसे घटना हुई उसके लिए पुलिस वीडियो खंगाल रही है।
यह घटना थाना रैपुरा के बेलहापुरवा मजरा कौबरा में गुरुवार की रात करीब 11 बजे हुई। रुद्र प्रसाद तिवारी के बेटी सलोनी तिवारी उर्फ रुबी की कर्वी कोतवाली के छपरामाफी से गोरेलाल गौतम के घर से बरात आई थी।
मंच से उतर रहे बेटे के सिर में गोली लगी
वैवाहिक कार्यक्रम में सकुन के मौसा थाना मऊ के नींबी निवासी विष्णु पांडेय का परिवार भी आया था। द्वारचार के बाद दुल्हन सलोनी और दुल्हा अमित गौतम जयमाला मंच पर बैठे थे। जयमाला चल रहा था। दुल्हन का मौसा विष्णु पांडेय हर्ष फायरिंग कर रहा था। कई राउंड गोली चलाने के बाद दोबारा रिवाल्वर लोड कर फायरिंग करने जा रहे थे कि तभी गोली चली और मंच से उतर रहे उनके 15 वर्षीय बेटे अंश पांडेय के सिर में गोली लगी। वह लहूलुहान होकर नीचे गिर गया।

चीख पुकार के बीच लोग दौड़े और अंश को जिला अस्पताल लाए। जहां पर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। कुछ देर के लिए वैवाहिक कार्यक्रम रोके गए थे, लेकिन उसे वाद रस्मों को निभा कर सलोनी को विदा कर दिया गया। पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि किशोर की मौत के बाद परिवार शव को लेकर गांव चला गया था। ग्राम प्रधान से घटना की जानकारी होने पर पुलिस को भेज कर शव कब्जे में लिया गया। आरोपित पिता फरार है उसके तलाश के लिए मऊ और रैपुरा की दो पुलिस टीम लगाई गई है।उसके पकड़े जाने पर पता चल सकेगा कि असलहा लाइसेंसी या अवैध था। परिवार तहरीर नहीं देता है तो पुलिस मुकदमा दर्ज कराएगी। हर्ष फायरिंग का मामला है। थाना पुलिस पर भी कार्रवाई की जाएगी।
मौसेरे भाई के मौत का दर्द लेकर विदा हुई सलोनी

हर्ष फायरिंग ने शादी को गम में बद दिया लेकिन सात बेटियों के पिता रुद्र तिवारी ने गम भरे माहौल में किसी तरह बेटी सलोनी के हाथ पीले किए। सलोनी ने भी मौसेरे भाई का मौत का दर्द लेकर फेरे लिए और विदा होकर ससुराल चली गई। घटना के बाद कुछ देर के लिए वैवाहिक कार्यक्रमों में ब्रेक लगा था। उसके बाद शादी की अन्य रस्म पूरी की गई। बेलहापुरवा में गुरुवार को रुद्र तिवारी के घर में तो शादी का माहौल था ही गांव में भी खुशी थी। छपरामाफी से शाम को छह बजे अमित की बरात बेलहापुरवा पहुंच गई थी।