Haryana Result: All the 7 richest candidates lost...all three women won...see the list hereHaryana Result
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नई दिल्ली, 10 अक्टूबर। Haryana Result : हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के परिणाम मंगलवार को आ गए। हरियाणा में ऐतिहासिक जीत के साथ भाजपा पहली ऐसी पार्टी बनी है जो लगातार तीसरी बार राज्य में सरकार बनाएगी। हरियाणा की नई विधानसभा पिछली विधानसभा के मुकाबले ज्यादा अमीर होगी। 2019 के मुकाबले करोड़पति विधायकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। पांच विधायक ऐसे हैं जिनके पास 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है। इस चुनाव में जो 10 सबसे धनी उम्मीदवार थे उनमें सभी सात पुरुष उम्मीदवार अपना चुनाव हार गए जबकि बाकी तीन महिला उम्मीदवारों को जीत मिली है।

10 सबसे धनी उम्मीदवारों की List

इस चुनाव में सबसे अमीर प्रत्याशी कैप्टन अभिमन्यु थे। कैप्टन अभिमन्यु ने अपनी कुल संपत्ति 491 करोड़ बताई। वह हिसार जिले की नारनौंद सीट से भाजपा के उम्मीदवार थे लेकिन उन्हें कांग्रेस के जस्सी पेटवार ने हरा दिया। 

दूसरे नंबर पर कांग्रेस के रोहतास सिंह थे। गुरुग्राम की सोहना सीट से उतरे रोहतास की संपत्ति 484 करोड़ रुपए है। रोहतास को इस चुनाव में भाजपा के तेजपाल तंवर के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

हरियाणा में 10 सबसे अमीर उम्मीदवारों में से तीन महिलाएं भी थीं। जहां सभी सात पुरुष अपना चुनाव हार गए तो वहीं तीनों महिला उम्मीदवारों ने सफलता हासिल की। इनमें पहला नाम देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल का है। हिसार से निर्दलीय चुनाव लड़ीं सावित्री ने अपने नाम कुल 270 करोड़ की संपत्ति बताई। वह हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की तीसरी सबसे धनी प्रत्याशी भी रहीं। इस चुनाव में सावित्री ने कांग्रेस के रामनिवास राड़ा को हराया है।

हरियाणा में चुनाव लड़ रहे चौथे सबसे अमीर उम्मीदवार निर्दलीय कल्याण सिंह थे। गुरुग्राम की सोहना सीट से उतरे कल्याण ने अपनी संपत्ति 265 करोड़ रुपए बताई। वह इस चुनाव में सोहना सीट पर चौथे स्थान पर रहे।

इस चुनाव में पांचवें सबसे अमीर प्रत्याशी सुनील बंसल थे। उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 165 करोड़ घोषित की। हिसार सीट से निर्दलीय उतरे सुनील इस चुनाव में आठवें स्थान पर रहे।

हरियाणा में 10 सबसे अमीर उम्मीदवारों में शामिल तीनों महिलाएं अपना चुनाव जीतीं और इस सूची में सावित्री जिंदल के बाद दूसरा नाम शक्ति रानी शर्मा का है। भाजपा की शक्ति रानी शर्मा हरियाणा विधानसभा की छठी सबसे धनी उम्मीदवार थीं। नई विधानसभा में वह दूसरी सबसे अमीर विधायक होंगी। पंचकूला की कालका सीट से जीतीं शक्ति रानी के पास 145 करोड़ रुपये की संपत्ति है। 

इस चुनाव में सातवें सबसे अमीर प्रत्याशी मोहित ग्रोवर थे। उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 144 करोड़ घोषित की। गुरुग्राम सीट से कांग्रेस के टिकट पर उतरे थे मोहित इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे।

आठवीं सबसे अमीर उम्मीदवार भाजपा की श्रुति चौधरी थी। भिवानी जिले की तोशाम सीट से उतरीं पूर्व लोकसभा सांसद श्रुति ने अपनी संपत्ति 134 करोड़ रुपए बताई। उन्होंने इस चुनाव में तोशाम सीट पर अपने चचेरे भाई अनिरुद्ध चौधरी को हराया। श्रुति चौधरी हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की तीसरी सबसे धनी विधायक भी होंगी। सावित्री जिंदल और शक्ति रानी शर्मा के बाद श्रुति हरियाणा की उन तीन विधायकों में हैं।

इस चुनाव में नौवें सबसे अमीर प्रत्याशी हरियाणा लोक हित पार्टी के गोपाल कांडा थे। उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 131 करोड़ घोषित की। सिरसा सीट से उतरे गोपाल कांडा को कांग्रेस प्रत्याशी गोकुल सेतिया ने हरा दिया।

10वें सबसे अमीर उम्मीदवार हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला रहे। जींद जिले की उचाना कलां सीट से उतरे जजपा नेता ने अपनी संपत्ति 122 करोड़ रुपए बताई। वह इस चुनाव में पांचवें स्थान पर रहे।

कितने अमीर हैं हरियाणा के नए विधायक

नई विधानसभा के लिए चुने गए विधायकों की औसत संपत्ति 24.97 करोड़ रुपये है। हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में प्रति विधायक की औसत संपत्ति 18.29 करोड़ रुपये थी। इस बार 90 में से 86 (96%) नए विधायक करोड़पति होंगे। 2019 के मुकाबले करोड़पति विधायकों की संख्या में इजाफा हुआ है।

पिछली विधानसभा में 84 करोड़पति विधायक बने थे। इस बार इसमें करीब तीन फीसदी का इजाफा हुआ है। भाजपा के 48 जीते हुए उम्मीदवारों में से 46 (96%) तो कांग्रेस के 37 विजयी उम्मीदवारों में से 35 (95%) करोड़पति हैं। वहीं इनेलो के दो विजयी उम्मीदवारों और तीन निर्दलीय विजयी उम्मीदवारों ने भी एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है।

नई विधानसभा में केवल विधायक 44 ऐसे होंगे जिनकी संपत्ति 10 करोड़ से ज्यादा है। 5 करोड़ रुपये से 10 करोड़ रुपये वाले 20 उम्मीदवार जीते हैं। 1 करोड़ रुपये से 5 करोड़ रुपये की संपत्ति वाले 22 और 20 लाख रुपये 1 करोड़ रुपये वाले 20 नवनिर्वाचित विधायक हैं।

सबसे अमीर विधायकों की बात करें तो नई विधानसभा में पांच ऐसे विधायक होंगे जिनकी संपत्ति 100 करोड़ रुपये से ज्यादा होगी। इन पांच में से चार भाजपा के टिकट पर जीते हैं। जबकि, एक निर्दलीय विधायक हैं। भाजपा के कपूर सिंह नई विधानसभा के सबसे कम संपत्ति वाले विधायक होंगे। कपूर ने अपने चुनावी हलफनामे में कुल 7.20 लाख रुपये की संपत्ति बताई है। कपूर भिवानी जिले की भवानी खेड़ा (एससी) सीट से जीते हैं।

नई विधानसभा की औसत उम्र 54 साल

नई विधानसभा की औसत उम्र 54 साल 4 महीने से ज्यादा है। आदित्य सुरजेवाला नई विधानसभा के सबसे युवा चेहरे हैं। आदित्य की उम्र 25 साल है यानी उन्हें पहले ही विधानसभा चुनाव में जीत मिली है। कैथल सीट से जीते आदित्य सुरजेवाला परिवार की तीसरी पीढ़ी के सदस्य हैं जो हरियाणा विधानसभा का हिस्सा होंगे। आदित्य से पहले उनके पिता रणदीप और दादा शमशेर सिंह सुरजेवाला कैथल सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।  

पहलवान विनेश फोगाट नई विधानसभा की दूसरी सबसे युवा विधायक होंगी। विनेश की उम्र 30 साल है। वह विधानभा चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस में शामिल हुई थीं और अब जुलाना से विधायक चुनी गई हैं।

अर्जुन चौटाला नई विधानसभा की तीसरी सबसे युवा विधायक होंगे। इंडियन नेशनल लोक दल के टिकट पर जीते अर्जुन की उम्र 32 साल है। अर्जुन देवीलाल के पड़पोते और पार्टी के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला के बेटे हैं। सिरसा जिले की रानियां सीट से अर्जुन चौटाला को जीत मिली है। इनेलो उम्मीदवार अर्जुन ने कांग्रेस के सर्व मित्र को 4,191 मत से हराया। वहीं निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे अर्जुन के दादा रणजीत चौटाला तीसरे पायदान पर रहे। यानी रानियां में दादा-पोता भी आमने-सामने रहे।

सात नव निर्वाचित विधायक ऐसे हैं जिनकी उम्र 35 साल से कम है। 36 से 45 साल उम्र के कुल 13, 46 से 55 साल उम्र के कुल 15, 56 से 65 साल उम्र के कुल 23, 66 से 75 साल उम्र के कुल 18 उम्मीदवार चुनाव जीते हैं। चार नव निर्वाचित विधायक ऐसे हैं जिनकी उम्र 76 साल के अधिक है। 80 साल के रघुवीर कादियान सबसे उम्रदराज विधायक होंगे। वह झज्जर जिले की बेरी सीट से कांग्रेस के विधायक चुने गए हैं।

कितने पढ़ी-लिखी होगी नई विधानसभा?

नई विधानसभा में एक विधायक साक्षर होंगे। वहीं 26 ने आठवीं से 12 वीं तक की पढ़ाई की है। चुनाव जीते 31 उम्मीदवार स्नातक तो 15 स्नातक पेशेवर है। चुनाव जीते 14 उम्मीदवार के पास परास्नातक की डिग्री है। दो नव निर्वाचित विधायक डिप्लोमा धारक हैं। वहीं, एक विजेता उम्मीदवार ने पीएचडी की है। 

13% विधायकों पर चल रहे आपराधिक मामले

नई विधानभा के 90 में से 13 फीसदी विधायकों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। कुल 12 विधायकों पर मुकदमें चल रहे हैं। पिछली विधानसभा और नई विधानसभा में दागियों की संख्या बराबर है। 2019 में जीते विधायकों में 13 फीसदी यानी 12 दागी थे। 

कांग्रेस के 37 विजयी उम्मीदवारों में से 7(19%), भाजपा के 48 विजयी उम्मीदवारों में से 3(6%) और 3 निर्दलीय विजयी उम्मीदवारों में से 2 (67%) के खिलाफ आपराधिक मामले हैं। एक उम्मीदवार ने अपने खिलाफ हत्या के प्रयास (पुरानी आईपीसी धारा-307) से संबंधित मामला घोषित किया है। 

नई विधानसभा के 90 में से छह फीसदी विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं। कुल सात विधायकों पर मुकदमें चल रहे हैं। 2019 में जीते विधायकों में आठ फीसदी यानी सात दागी थे।