नई दिल्ली, 20 सितंबर। Havoc of the Israeli Army : इजरायल और हमास के बीच जंग अभी थमी नहीं है। गाजा और वेस्ट बैंक में इजरायली सेना आईडीएफ (IDF) का कहर जारी है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वेस्ट बैंक में इजरायली सैनिकों को एक बहुमंजिला इमारत की छत से कुछ फिलिस्तीनी युवकों के शवों को नीचे फेंकता देखा जा सकता है। इस वीडियो के वायरल होने पर विवाद खड़ा हो गया है और कई मानवाधिकार संगठनों ने इसकी निंदा की है।
फिलिस्तीनी शवों को छत से नीचे फेंका
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सेना गुरुवार को वेस्ट बैंक के उत्तरी हिस्से में छापेमारी करने पहुंची थी। इस दौरान आईडीएफ कबातिया शहर की कई इमारतों में छापेमारी कर रही थी। इस बीच इमारत की छत पर पड़े कुछ शवों को इजरायली सैनिकों ने नीचे फेंक दिया। यह पूरी घटना उस वक्त वहां मौजूद कुछ पत्रकारों ने अपने कैमरे में कैद कर ली।
इस घटना के वायरल वीडियो में इमारत की छत पर खड़े कुछ इजरायली सैनिकों को वहां पड़े शवों को उठाकर छत के किनारे पर लाते और वहां से नीचे फेंकते देखा जा सकता है।
फिलिस्तीन मानवाधिकार ने लिया संज्ञान
फिलिस्तीन के एक मानवाधिकार समूह अल-हक के निदेशक शावन जबारिन ने कहा कि ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं थी। फिलिस्तीन लोगों के शवों के साथ जानवरों की तरह व्यवहार किया गया। यह वीडियो हैरान कर देने वाला है लेकिन चौंकाता नहीं है। मुझे तो शक है कि इजरायल इस घटना की उचित रूप से जांच भी नहीं करेगा।
फिलिस्तीनी नेशनल इनिशिएटिव के महासचिव मुस्तफा बरगौती ने बताया कि छतों से फिलिस्तीनी लोगों के शवों को इजरायली सैनिकों द्वारा छत से नीचे फेंकने के वीडियो पूरी तरह से अमानवीय हैं। मुझे पूरा यकीन है कि इजरायली सैनिकों ने यह भी नहीं देखा होगा कि जिन लोगों को उन्होंने छत से फेंका है, वे जिंदा थे या नहीं। उन्होंने कहा कि आप यह नहीं कह सकते कि युद्ध के दौरान यह जायज है क्योंकि वेस्ट बैंक में कोई युद्ध नहीं हो रहा।
इस विवाद पर क्या बोली इजरायली सेना?
हालांकि, इस पूरे मामले पर विवाद होने के बाद इजरायली सेना ने बयान जारी कर कहा कि यह बेहद गंभीर घटना है और यह आईडीएफ के मूल्यों से मेल नहीं खाती। इस घटना की जांच की जा रही है। इजरायल ने कहा कि उनकी सेना ने गुरुवार को कबातिया शहर में हुए ऑपरेशन के दौरान चार आतंकियों को मार गिराया था।