मथुरा, 14 मई। Homosexual Relation : उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक बेटे ने अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया। फिर लाश को स्टील के बक्से में डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। 10 दिन बाद पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए आरोपी बेटे और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या की वजह बेटे के समलैंगिक संबंध थे। मृतक पिता इसका विरोध करता था। जिसके चलते बेटे ने अपनी साथी संग मिलकर पिता को चाकू से गोद डाला। दोस्त ने पिता का हाथ-पैर पकड़ा, फिर बेटे ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी।
बक्से में मिला था अधजला शव
दरअसल, मथुरा के राया थाना क्षेत्र में 4 मई को एक बक्से में अधजला शव मिला था। काफी जांच-पड़ताल के बाद मृतक की पहचान मोहनलाल के रूप में हुई। जिसकी बेटे अजीत ने ही समलैंगिक संबंधों के विरोध में अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी थी। फिर शव को एक दिन घर में ही छुपाने के बाद बक्से में डालकर आग लगा दी थी। फिलहाल, पुलिस ने सोमवार को मुठभेड़ के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा हुआ है।
मोहनलाल के 23 वर्षीय अविवाहित बेटे अजीत के कृष्णा नाम के युवक से समलैंगिक संबंध है। कृष्णा के जरिये अजीत की मुलाकात लोकेश और दीपक से हुई थी। एक दिन मोहनलाल ने बेटे अजीत को उसके दोस्त कृष्णा के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। मोहनलाल बेटे के समलैंगिक संबंधों का विरोध करता था। इस बात को लेकर आए दिन घर में कलह होती थी।
पिता के झगड़े से था तंग
पिता के रवैये से तंग से आकर बेटे अजीत ने कृष्णा के साथ मिलकर खौफनाक प्लान बनाया। उन्होंने लोकेश और दीपक को भी संग लिया और 2 मई की रात मोहनलाल की घर में ही धारदार हथियार से हत्या कर दी। फिर 3 मई की रात शव को बक्से में बंद कर बाइक पर राया क्षेत्र में ले गए और वहां शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
बक्से में मिली थी लाश
इस घटना के बाद पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी हुई थी। सीसीटीवी और इलाके के लोगों से पूछताछ में जो इनपुट मिले उसके मुताबिक हत्या में घर के आदमी पर शक हुआ। जिसपर पुलिस ने लोकेश और दीपक हिरासत में लिया तो सारी पोल पट्टी खुल गई। हालांकि, मुख्य अभियुक्त अजीत और कृष्णा फरार हो गए।
मुठभेड़ के बाद पकड़े गए आरोपी
रविवार की रात पुलिस की अजीत और कृष्णा से मुठभेड़ हो गई। इसमें दोनों के पैर में गोली लग गई। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। मामले में 13 मई को एसपी देहात ने बताया कि इस हत्याकांड में कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बेटे अजीत ने अपने साथियों के साथ मिलकर पिता मोहनलाल की हत्या को अंजाम दिया था। चारों को जेल भेज दिया गया है।