नई दिल्ली, 29 जुलाई। IAS Awanish Sharan Twitter Post : दिल्ली के राजेंद्र नगर में स्थिति राव कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने से तीन यूपीएससी कैंडिडेट्स की मौत के मामले ने X पर तूल पकड़ लिया है। इस हादसे के बाद कोचिंग संस्थानों पर तमाम सवाल उठ रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग लगातार ट्वीट पर इंसाफ की मांग कर रहे हैं, इसी बीच IAS अधिकारी अवनीश शरण का पोस्ट वायरल हो रहा है। IAS अवनीश ने अपने पोस्ट में कोचिंग संस्थानों की पोल खोली है।
आईएएस ने किए अपने पुराने दिन
आईएएस अधिकारी अवनीश शरण अपने सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। वह अक्सर अपनी पोस्ट को लेकर चर्चा में रहते हैं। वह कई बार मोटिवेशनल चीजें भी शेयर करते रहते हैं। हाल ही में उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा कि ख़ुद को IAS पैदा करने की तथाकथित ‘फैक्ट्री’ बताने वाले अधिकांश संस्थान के कर्ता-धर्ता प्रीलिम्स या मुख्य परीक्षा भी पास नहीं कर पाते हैं, जिसके बाद से उनका यह पोस्ट वायरल होने लगा है और लोग तमाम तरह के कमेंट कर रहे हैं।
IAS ने अपने पुराने दिन याद करते हुए बताया कि जब वे मेन्स की तैयारी के लिए दिल्ली पहुंचे तो उन्हें कोचिंग संस्थानों की तरफ से किस तरह का रवैया देखने को मिला था। यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा पास करके मेन्स की तैयारी करने पहुंचे IAS अधिकारी को कोचिंग संस्थान ने यह तक कह दिया कि इस साल तुम्हारा प्रीलिम्स भी नहीं निकलेगा, हमारा पैकेज ले लो।
अवनीश शरण ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि ‘मुझे याद है जब प्रीलिम्स की परीक्षा देने के बाद मुख्य परीक्षा के लिए मैं दिल्ली पहुंचा। मुखर्जी नगर में एक ‘बड़े कोचिंग संस्थान’ के ‘कर्ता-धर्ता’ से जब मुख्य परीक्षा के लिए मार्गदर्शन मांगा, तो उन्होंने मेरी शैक्षणिक पृष्ठभूमि जानने के बाद बोला कि “तुम्हारा इस साल प्रीलिम्स भी क्लीयर नहीं होगा। मेरे संस्थान में 2 साल का ‘कंप्लीट पैकेज’ लो।” मैं इतना फ़्रस्ट्रेट हुआ कि 2-3 दिन संभलने में लगे। ऐसे ही कोचिंग संस्थान के मालिक आपके रिजल्ट आने के बाद कॉल कर ‘फोटो और बायो-डाटा’ के लिए रिक्वेस्ट करते हैं।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
अवनीश शरण की पोस्ट (IAS Awanish Sharan Twitter Post) पर कई यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। एक यूजर ने लिखा कि इसलिए ‘सर मैंने कभी भी किसी रूप में किसी प्रतियोगी परीक्षा के लिए कोई कोचिंग नहीं ली’। एक अन्य यूजर ने लिखा कि ‘क्या आप अवध ओझा सर की बात कर रहे हैं क्या, जो परीक्षा पास न कर पाने पर, पढ़ाना शुरू कर दिए’। वहीं, दूसरे यूजर ने लिखा कि ‘बड़े बड़े बैनर पोस्टर लगा कर स्टूडेंट्स को बेवकूफ बनाते हैं बस’।