नई दिल्ली, 11 दिसंबर। Karni Sena Murder Case : राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या करने वाले दो शूटर्स रोहित राठौर और नितिन फौजी को पुलिस चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर चुकी है। अब इस हत्या की दो प्रमुख वजहें सामने आ रही हैं। पहली वजह ये बताई जा रही है कि इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड और गैंगस्टर रोहित गोदारा गोगामेड़ी से नाराज चल रहा था।
दरअसल साल 2017 में राजस्थान के कुख्यात डॉन आनंदपाल की मौत के विरोध में एक बड़ा धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया था जिसमें सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी, उस धरने में सुखदेव भी शामिल हुआ था लेकिन वो धरने के बीच मे उठकर चला गया था। ये बात रोहित गोदारा को बुरी लग गई थी और वो उसका दुश्मन बन बैठा था।
वहीं हत्या का दूसरा कारण ये बताया जा रहा है कि शूटर रोहित राठौर की गर्लफ्रेंड से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की नजदीकियां हो गई थी जिस बात से रोहित काफी नाराज था और उसने गोगामेड़ी के खिलाफ मन में रंजिश पाल ली थी। रिपोर्ट के मुताबिक रोहित राठौर की गर्लफ्रेंड ने जब उस पर (रोहित) रेप का केस दर्ज करवाया तो राठौर जेल पहुंच गया। इस दौरान उसकी गर्लफ्रेंड की पैरवी खुद सुखदेव कर रहा था। इसी वजह से वो उसका बदला लेना चाहता था।
जेल में रहने के दौरान ही रोहित राठौर की मुलाकात वीरेंद्र चारण से हुई। उसने गोगामेड़ी के खिलाफ रोहित के गुस्से को हथियार बनाया और उसे कत्ल करने के लिए राजी कर लिया। वहीं नितिन फौजी लॉरेंस बिश्नोई के करीबी दोस्त और कुख्यात गैंगस्टर संपत नेहरा का पहले से जानकर था।
नवीन शेखावत को शूटरों ने इसलिए मार दी गोली
शूटरों के द्वारा इस हत्याकांड को अंजाम दिलवाने का जिम्मा नवीन शेखावत पर था। नवीन शेखावत ने दोनों शूटरों को अपना परिचित बताकर सुखदेव के घर फ्रेंडली एंट्री कराई थी। हालांकि इस दौरान नवीन शेखावत को ये तो पता था कि सुखदेव टारगेट पर है पर वो चाहता था की बातचीत से ये मसला हल हो जाए। ये भी कहा जा रहा है कि जब शूटर्स गोगामेड़ी को मारने आगे आए तो शेखावत ने बीच बचाव करने की कोशिश की जिस वजह से शूटरों ने उसे भी गोली मार दी।
सिग्नल ऐप के जरिए शूटर्स से हो रही थी बात
वहीं जांच में ये भी सामने आया है कि इस हमले का मास्टरमाइंड गोदारा सिगनल एप के जरिये न केवल शूटर्स के लगातार टच में था बल्कि चारण और रोहित गोदारा ऑपरेशन के दौरान हत्या के पहले और बाद में लगातार फोन पर बात कर रहे थे। दूसरी तरफ रोहित गोल्डी बराड़ से भी इस ऑपरेशन की जानकारी साझा कर रहा था। वहीं पूछताछ में शूटर्स ने बताया की उन्होंने हत्या करने के बाद फोन तोड़ दिए थे और हथियार जयपुर के डीडवाना ( Karni Sena Murder Case) के पास कहीं जंगल में फेंक दिया था।