हिंदू धर्म में भगवान श्री कृष्ण एक ऐसे देवता हैं, जिन्हें पूर्णावतार माना जाता है. भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति जीवन से जुड़े सभी दुखों और परेशानियों को पलक झपकते दूर करने वाली मानी गई है. जिस कृष्ण का नाम जपते ही इंसान के सभी कष्ट दूर और कामनाएं पूरी हो जाती हैं, उस बंशी बजैया की पूजा के लिए सनातन पंरपरा में कई उपाय बताए गये हैं. मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति कान्हा की पूजा में उनकी प्रिय चीजों को चढ़ाकर इन उपायों को करता है तो उस पर हर समय कृष्ण की कृपा बरसती है और उसे संंसार के सभी सुख प्राप्त होते हैं.
सनातन परंपरा में किसी भी देवता की कृपा पाने और मनोकामना को पूरा करने के लिए उस देवता से जुड़े मंत्र का जप करने का विधान है. ऐसे में यदि आप भगवान श्री कृष्ण की पूजा करते हैं तो आपको उनकी पूजा में प्रतिदिन ‘ॐ श्रीकृष्णाय नम:’ मंत्र का पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ जप करना चाहिए. मान्यता है कि इस मंत्र का जप करते ही भगवान श्री कृष्ण अपने भक्तों को संकट से बचाने के लिए दौड़े चले आते हैं. कान्हा के इस मंत्र को जपने से उनके भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण को बांसुरी बहुत ज्यादा प्रिय थी, जिसके कारण वे अक्सर अपनी बांसुरी को अपने साथ लिए रहते थे. यही कारण है कि उनके भक्त उन्हें बंसी बजैया के नाम से बुलाते हैं. हिंदू मान्यता के अनुसार यदि कोई व्यक्ति भगवान श्रीकृष्ण की पूजा में उनकी प्रिय बांसुरी चढ़ाता है तो वे शीघ्र ही प्रसन्न होकर उसके सारे दुख हर लेते हैं.
भगवान श्रीकृष्ण को बांसुरी की तरह मोर और उसका पंख बहुत ज्यादा प्रिय था. ऐसे में यदि कोई व्यक्ति भगवान श्री कृष्ण की पूजा में उन्हें विशेष रूप से मोर का पंख चढ़ाता है तो उसकी मनोकामना शीघ्र ही पूरी होती है. मान्यता है कि यदि किसी की कुंडली में कालसर्प दोष हो तो वह उससे जुड़े कष्टों से मुक्ति पाने के लिए भगवान श्री कृष्ण की पूजा में चढ़ा मोरपंख अपने बिस्तर के नीचे रखकर सोए. मान्यता है कि इस उपाय को करने पर व्यक्ति को अपने जीवन में शीघ्र ही बड़ा बदलाव देखने को मिलता है.
हिंदू मान्यता के अनुसार यदि किसी देवता को उसकी प्रिय चीज का भोग लगाया जाए तो वह शीघ्र ही प्रसन्न होकर साधक पर अपनी कृपा बरसाते हैं. ऐसे में यदि आप कान्हा की कृपा चाहते हैं तो आपको उनकी पूजा में उनके प्रिय भोग यानि मक्कखन, मिश्री, चरणामृत, लड्डू आदि के साथ तुलसी पत्र जरूर चढ़ाना चाहिए.
यदि आपको अभी तक संतान सुख नहीं प्राप्त हो पाया है या फिर होने के बाद भी उसका सुख नहीं हासिल हो पा रहा है तो आपको भगवान श्रीकृष्ण की पूजा प्रतिदिन जरूर करनी चाहिए. मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति कान्हा की पूजा में संतान गोपाल मंत्र का पाठ करता है तो उसे संतान सुख अवश्य प्राप्त होता है.