रायपुर, 11 अप्रैल। Liquor Scam in CG : छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हुए कथित 2 हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाला में ईओडब्ल्यू- एसीबी की टीम ने आज अरुणपति त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया है। त्रिपाठी बिहार के गोपालगंज में अपने एक रिश्तेदार के यहां छिपा हुआ था। रायपुर से गई टीम ने त्रिपाठी को वहीं से हिरासत में लेकर रायपुर लाया जा रहा है। फिलहाल ईओडब्ल्यू की तरफ से त्रिपाठी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि आज रात तक त्रिपाठी को रायपुर लाया जाएगा इसके बाद गिरफ्तारी होगी।
बता दें कि टेलीकॉम सेवा के अफसर रहे त्रिपाठी छत्तीसगढ़ में प्रतिनियुक्ति पर आए थे। यहां वे आबकारी विभाग में विशेष सचिव सहित विभिन्न पदों पर काम किए। त्रिपाठी के कार्यकाल में ही शराब घोटाला हुआ है। इस मामले की पहले ईडी जांच कर रही थी अब ईओडब्ल्यू-एसीबी ने एफआईआर दर्ज कर जांच कर रही है। ब्यूरो इस मामले में जेल में बंद आरोपियों से पूछताछ कर चुकी है।
ब्यूरो ने शराब घोटाला में अभी तक 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें अरविंद सिंह और रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर शामिल हैं। त्रिपाठी की गिरफ्तारी तीसरी होगी।
EOW ने बिहार से किया गिरफ्तार
इधर, ब्यूरो ने आज ही भिलाई में एक शराब कारोबारी सहित 2 लोगों के यहां दबिश दी है। सूत्रों के अनुसार ईओडब्ल्यू- एसीबी की टीम ने आज तड़के न्यू खूर्सीपार और नेहरु नगर में दाबिश दी है। खुर्सीपार में पप्पू बंसल और नेहरू नगर पूर्व निवासी विजय भाटिया के यहां कार्यवाही चल रही है। बताया जा रहा है कि बसंल की लंबे समय से तलाश चल रही थी।
शराब घोटाला के आरोप में पकड़े गए रायपुर मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर और अरविंद सिंह अब 12 अप्रैल तक ईओडब्ल्यू- एसीबी की हिरासत में रहेंगे। दोनों आरोपियों की रिमांड की मियाद पूरी होने पर ब्यूरो ने दोनों को 8 अप्रैल को रायपुर के स्पेशल कोर्ट में पेश किया था। ब्यूरो ने आरोपियों से पूछताछ के लिए रिमांड बढ़ाने की मांग की, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया।