अहमदाबाद, 06 मार्च। Lok Sabha Election : लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांगेस को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। गुजरात में भी कांग्रेस को ऐसा ही एक झटका लगा है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की गुजरात में एंट्री से ठीक 3 दिन पहले पार्टी के स्टेट चीफ अबंरीश डेर और सीनियर नेता के साथ ही पूर्व विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने BJP में शामिल होने का ऐलान कर दिया।
कांग्रेस के 3 पूर्व विधायक अर्जुन मोढवाडिया, अंबरीश डेर और मुलू भाई कंडोरिया आज भाजपा मे शामिल होने जा रहे हैं। तीनों नेता दोपहर 12 बजे प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल की मौजूदगी में बीजेपी जॉइन करेंगे। बता दें कि अर्जुन मोढवाडिया और अंबरीश डेर ने कल ही कांग्रेस से इस्तीफा दिया था।
कांग्रेस छोड़ने से पहले अर्जुन मोढवाडिया ने पार्टी के उस फैसले की जमकर आलोचना की, जिसमें कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बहिष्कार का ऐलान किया था। दिलचस्प बात यह है कि तीनों पूर्व विधायक राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के गुजरात में दाखिल होने के ठीक पहले आज बीजेपी जॉइन करने वाले हैं। इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री नारण राठवा अपने बेटे और बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ सत्ताधारी बीजेपी में शामिल हो गए थे।
BJP उम्मीदवार के तौर पर लड़ेंगे चुनाव
जानकारी के मुताबिक अब अर्जुन मोढवाडिया बीजेपी में शामिल होंगे। वहीं आगामी लोकसभा चुनाव के साथ होने वाले विधानसभा उपचुनाव में वह बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव भी लड़ेंगे. मोढवाडिया पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष भी रह चुके हैं और 2 बार विधायक रह चुके हैं। तीसरी बार वह कांग्रेस के ही टिकट पर 2022 मे जीते थे।
जनवरी में भी एक विधायक ने दे दिया था इस्तीफा
बता दें कि इसी साल जनवरी में भी कांग्रेस के एक सीनियर विधायक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। तब सीजे चावड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। चावड़ा वीजापुर सीट से विधायक थे। उनसे पहले खंभात सीट से विधायक चिराग पटेल ने कांग्रेस छोड़ी थी। सीजे चावड़ा 2019 के लोकसभा चुनाव में अमित शाह के खिलाफ गांधीनगर सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। सीजे चावड़ा को पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह बाघेला का करीबी भी माना जाता है। कांग्रेस ने 17 सीटें जीती थीं, लेकिन अब तीन विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य में पार्टी के 14 विधायक रह गए हैं।
महाराष्ट्र में भी कई नेता छोड़ चुके पार्टी
महाराष्ट्र में भी कांग्रेस को कई झटके लग चुके हैं। कारण, पार्टी के कई दिग्गज नेता इस्तीफा देकर बीजेपी का दाम थाम चुके हैं। इनमें प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बसवराज पाटिल और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण जैसे नाम शामिल हैं। इसके अलावा असम कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ और प्रमुख नेताओं में से एक राणा गोस्वामी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। वहीं बंगाल में भी कांग्रेस को तगड़ा झटका लग चुका है। कारण, कभी बंगाल में दीदी के विरोध में सिर मुंडवाने वाले कौस्तव बागची ने लोकसभा चुनाव से ऐन पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को तीन पन्नों का इस्तीफा भेजा था। इसमें उन्होंने पार्टी पर सवाल उठाए थे और कहा कि पार्टी में उचित सम्मान नहीं मिला। उन्होंने टीएमसी के साथ गठबंधन करने का भी विरोध किया है।