जयपुर, 27 जनवरी। Loksabha Election : लोकसभा चुनाव को लेकर देश में सियासी माहौल बनने लगा है। भाजपा, कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारी में जुटी है। पार्टी के नेता भी अपने-अपने स्तर से जुटे हैं। इस बीच राजस्थान की राजधानी जयपुर से कांग्रेस नेता का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
हमें हमारे ही साथियों ने हरवाया : आरआर तिवारी
दरअसल, शहर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष आरआर तिवारी विधानसभा चुनावों में जयपुर के कांग्रेस नेताओं पर भितरघात करके पार्टी उम्मीदवारों को हरवाने का आरोप लगाया है। आरआर तिवारी ने ऐसे नेताओं को जयचंद तक कह डाला और इनसे सावधान रहने की सलाह भी देते नजर आए। लोकसभा चुनाव के टिकट वितरण से ठीक पहले यह बयान कई सियासी इशारे भी कर रहा है।
शहर कांग्रेस कार्यालय में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर हुए कार्यक्रम में तिवारी ने अपनी ही पार्टी के नेताओं को जमकर खरी खोटी सुनाई। जयपुर हवामहल विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे आरआर तिवारी वीडियो में यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि हम राजधानी के कार्यकर्ता हैं। हमें बहुत सी बातें सोचनी पड़ेंगी। हार और जीत चलती रहती है, सरकारें बदलती रहती हैं।
जयपुर शहर की 8 सीटों में से हमारे दो साथी जीत कर आए, हालांकि, हम 6 साथी हार गए. मगर, हम हारे नहीं हैं… हमें हमारे ही साथियों ने हराया है। यह बात आप कान खोलकर सुन लीजिए… हमारे छह साथियों को हरवाने में हमारे ही लोगों का हाथ है। इन जयचंदों से बचना पड़ेगा और हमें इसका प्रण करना पड़ेगा कि सरकार बने या न बने, संगठन की ताकत रहनी चाहिए।
काम नहीं सिर्फ फोटो खिंचवाने आते हैं ‘जयचंद’
आरआर तिवारी आगे कहा कि जयचंद किसी भी दल में हो, वो पार्टी आगे नहीं बढ़ सकती। सत्ता में तो आ जाओगे, लेकिन जयचंदों से कैसे बचोगे। आज हम सब लोग संकल्प लें कि मेरी पार्टी में जो जयचंद हमारे ही साथी को चुनाव हरवाते हैं, उन जयचंदों से बचना पड़ेगा।
पूर्व विधानसभा प्रत्याशी ने कहा कि ये इस तरह के लोग काम नहीं करते हैं, केवल फोटो खिंचाने के लिए आते हैं। फोटो खिंचवाकर वो बड़े नेता बन जाते हैं। मैं मानता हूं यह कड़वी बात है, लेकिन सच्चाई है। आने वाले तीन महीने के बाद लोकसभा का चुनाव होने वाला है। हम हाथ ऊंचा करके संकल्प लें कि पार्टी जिसको भी टिकट देगी, हम पूरी ताकत से उसे जिताएंगे।
मामलू अंतर से चुनाव हारे थे तिवारी
बता दें कि पूर्व मंत्री महेश जोशी का हवामहल विधानसभा सीट से पार्टी ने टिकट काटकर शहर जिलाध्यक्ष आरआर तिवारी को उम्मीदवार बनाया था। मामूली अंतर से तिवारी चुनाव हार गए। दरअसल, पूर्व मंत्री महेश जोशी का टिकट काटकर इस सीट पर तिवारी को देने के बाद से खेमेबंदी हो गई थी। इस खेमेबंदी को ही तिवारी की हार का कारण माना गया।
सियासी जानकार तो यह तक कहते हैं कि मुस्लिम बाहुल्य (Loksabha Election) इस सीट पर पूर्व मंत्री ने वोटर्स को मतदान के दिन बसों में भरकर अजमेर दरगाह में जियारत के लिए भेज दिया। ऐसे में अब जिलाध्यक्ष तिवारी के बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन जयपुर कांग्रेस की सियासत के जानकार इशारों में सब समझ गए। वहीं, आरआर तिवारी ने जब यह बात कही तब पूर्व मंत्री महेश जोशी के साथ विधायक रफीक खान और विधायक अमीन कागजी भी मौके पर मौजूद थे।