रायपुर, 6 जनवरी। Mahadev App : महादेव बेटिंग एप मामले में एक फिर नया मोड़ आया है। ईडी की दूसरी चार्जशीट में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम फिर आया है। ईडी ने कोर्ट में बताया कि आरोपी असीम दास अपने पुराने बयान पर ही कायम है। जिसमें उसने कहा था कि उसे भूपेश बघेल को नकदी डिलीवर करने के लिए भेजा गया था।
ईडी ने बताया, असीम दास ने 12 दिसंबर को नया बयान दर्ज कराया था, जिसमें वो अपने पुराने बयान से मुकर गया था। इसमें उसने कहा था कि 3 नवंबर को उसने जो बयान दिया था वो किसी प्रभावशाली व्यक्ति के दबाव में दिया था, जोकि उसके वकील के साथ ही आया था। अब इस बयान से आरोपी असीम दास मुकर गया है।
3 नवंबर को असीम दास ने क्या बयान दिया?
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले 2 नवंबर की गिरफ्तारी के बाद 2 नवंबर को उसने जब बयान दिया था, उसमें कहा था कि महादेव बेटिंग एप प्रमोटर्स ने चुनाव में खर्च के लिए एक राजनेता ‘बघेल’ को पहुंचाने के लिए 5.39 करोड़ दिए थे। बाद में वो अपने बयान से मुकर गया था।
12 दिसंबर को असाम दास ने क्या कहा?
उसने 12 दिसंबर को अपने बयान से पलटी मार ली और कहा कि उसे इस मामले में साजिशन फंसाया गया है। उससे जबरन अंग्रेसी भाषा में लिखे एक बयान पर हस्ताक्षर कराए गए, जबकि उसे अंग्रेजी नहीं आती है।
ईडी ने चार्जशीट में क्या कहा?
ईडी ने अपनी चार्जशीट में कहा है, आरोपी असीम दास महादेव बुक के प्रमोटर्स से प्राप्त अवैध धन को संभाल रहे थे। शुभम सोनी के निर्देश पर 2 नवंबर, 2023 को असीम नकद राशि की डिलीवरी के लिए दुबई से रायपुर आया था. जिस होटल के कमरे में वो रुका था, तलाशी के दौरान उस कमरे, कार से पांच करोड़ से अधिक नकदी बरामद हुई।
ईडी ने चार्जशीट में दावा किया, असीम दास ने पहले भी शुभम सोनी के निर्देश पर दुबई की यात्री की और इसका खर्च सट्टेबाजी से प्राप्त आय से किया गया था। वहीं ईडी के समन के जवाब में शुभम सोनी ने 26 अक्टूबर को कहा था कि असीम दास ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के साथ काम किया था।
ईडी ने ये भी कहा कि आरोपी से जो 5.39 करोड़ रुपये कैश बरामद हुए हैं। ये सबूत है कि महादेव बुक प्रमोटर से मिले धन का मैनेजमेंट कर रहा था और उसका उद्देश्य शुभम सोनी द्वारा बताए गए लोगों के पास डिलीवर करना था।
पूर्व सीएम बघेल ने किया था खंडन
चुनावों से पहले जब छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम सामने आया, तो उन्होंने ईडी के आरोपों का खंडन किया था। उन्होंने कहा कि बीजेपी राजनीतिक लाभ लेने के लिए ईडी का दुरुपयोग करने में लगी है। वहीं चुनाव प्रचार के दौरान खुद प्रधानमंत्री मोदी ने महादेव एप को लेकर कांग्रेस और भूपेश बघेल (Mahadev App) पर जमकर हमला बोला था।