भिलाई, 08 जनवरी| Mahadev Satta App : दुर्ग के कर्नाटका बैंक की शाखा में 111 म्यूल अकाउंट (साइबर ठगी के लिए इस्तेमाल होने वाले संदिग्ध खाते) का पता चला है। इन खातों में 86 लाख से अधिक का संदिग्ध लेनदेन हुआ है। इसे सीज किया गया है। इस मामले में महादेव बुक के अकाउंट ग्रुप के लोगों के शामिल होने की आशंका है।
गृह मंत्रालय द्वारा संचालक समन्वय पोर्टल के माध्यम से पुलिस को इन खातों की जानकारी मिली है। इनमें हुए लेनदेन की देशभर से साइबर शिकायतें हुई थी। इस मामले में मोहन नगर पुलिस ने अज्ञात आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर जांच शुरू की (Mahadev Satta App )है। खाते खुलवाने में बैंककर्मी की संलिप्तता होने की आशंका जताई गई है।
स्टेशन रोड दुर्ग स्थित ज्वाइन हैंड्स कांप्लेक्स में स्थित कर्नाटका बैंक शाखा के 111 खातों में कुल 86 लाख 33 हजार 247 रुपये का संदिग्ध लेनदेन हुआ है। देशभर के लोगों ने साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत की। इसके बाद राशि को होल्ड किया गया है। वहीं, समन्वय पोर्टल ने इन खातों में हुए लेनदेन की प्रारंभिक जांच कर इन्हें म्यूल अकाउंट के रूप में चिह्नित किया। जांच में यह देखा जाएगा कि इन खातों को खुलवाने में कौन से कर्मचारी की भूमिका संदिग्ध (Mahadev Satta App)है।
जिन लोगों के नाम पर ये खाते हैं, उन्हें इनके संदिग्ध लेनदेन की कोई जानकारी है या नहीं। यह भी देखा जाएगा कि खाताधारकों को कोई लालच या किसी योजना का लाभ दिलवाने के झांसा देकर उनके नाम पर खाते तो नहीं खुलवाए गए। यदि ऐसा किया गया तो उसमें कौन शामिल है? इन सभी बिंदुओं पर जांच के बाद आरोपित चिह्नित किए जाएंगे।
महादेव बुक गिरोह के शामिल होने की आशंका
इस मामले में महादेव बुक के अकाउंट ग्रुप के लोगों के शामिल होने की आशंका है, जो दूसरों को थोड़े से पैसे देकर उनके नाम पर खाते खुलवाकर उसका इस्तेमाल आनलाइन सट्टा में करते हैं। अकाउंट ग्रुप जैसा ही एक मामला सुपेला थाना में दर्ज हुआ (Mahadev Book Giroh)था।
इसमें गोविंदा चौहान और रविकांत मिश्रा नाम के कथित पत्रकारों ने धीरज महतो और मुकेश तांडी नाम के युवकों को शासकीय योजनाओं का लाभ दिलवाने का झांसा देकर उनके नाम से खाते खुलवाए थे। उन खातों में आरोपितों ने एक करोड़ रुपये से अधिक का संदिग्ध लेनदेन किया था। हालांकि गोविंदा चौहान और रविकांत मिश्रा अभी भी फरार हैं।