उत्तर प्रदेश, 14 फरवरी। Mamta Kulkarni : एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी एक बार फिर महामंडलेश्वर बनीं। दो दिन पहले ही उन्होंने सोशल मीडिया में वीडियो शेयर कर अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। 12 फरवरी (गुरुवार) को उन्होंने दूसरा वीडियो जारी बताया कि गुरु ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया। इसलिए मैं इस महामंडलेश्वर पद पर बनी रहूंगी।
ममता कुलकर्णी को महाकुंभ मेले में किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया गया था। 10 फरवरी को इंस्टाग्राम वीडियो पोस्ट कर उन्होंने महामंडलेश्वर पद छोड़ने की घोषणा की थी। इस दौरान उन्होंने वजह भी स्पष्ट किया था। उन्होंने बताया था कि किन्नर अखाड़े में लोग आपस में भिड़ रहे हैं। इससे मैंने पद छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने बताया था कि मैं 25 साल से साध्वी हूं और आगे भी साध्वी रहूंगी।
24 को बनाई गईं थीं महामंडलेश्वर
ममता कुलकर्णी 24 जनवरी को महामंडलेश्वर बनाई गई थीं। प्रयागराज महाकुंभ में किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने उनका पिंडदान और पट्टाभिषेक कराया था। महामंडलेश्वर के तौर ममता को नया नाम श्रीयामाई ममता नंद गिरि दिया गया है। पट्टाभिषेक के बाद करीब 7 दिन वह महाकुंभ (Mamta Kulkarni) में रहीं।
चौतरफा आलोचना के बाद दिया था महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा
ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद उन पर हर तरफ से कटाक्ष किए जा रहे हैं। उन्होंने हाल ही में महाकुंभ में अपना पिंड दान किया था। इसके बाद उन्हें किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनाया गया था, लेकिन इस पर खूब विवाद हुआ। अब उन्होंने ऐलान किया है कि वो इस पद से इस्तीफा दे दिया हैं।
उन्होंने किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर के पद को त्याग दिया है। ममता ने कहा, “मैं किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे रही हूं। मैं बचपन से ही साध्वी रही हूं और आगे भी रहूंगी…।” ममता को किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर बनाए जाने पर खूब विवाद हुआ था। इस विवाद को तूल मिलता देख ममता ने ये फैसला लिया है। हालांकि उन्होंने साफ किया कि वो साध्वी की तरह ही अपना जीवन जिएंगी।