गाजियाबाद, 11 फरवरी। Matrimonial Site : मेट्रोमोनियल साइट के जरिए किए गए रिश्तों में कई बार झूठी जानकारी साझा कर लोगों को ठग लिए जाने के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं, लेकिन इस बार उत्तर प्रदेश में तैनात एक महिला डिप्टी एसपी फर्जीवाड़े का शिकार हो गई। उनके साथ फर्जी आईआरएस अधिकारी बनकर शादी करने और लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
शादी के बाद महिला पुलिस अधिकारी को अपने साथ हुए इस बड़े धोखे की जानकारी हुई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने धोखेबाज से तलाक ले लिया, लेकिन वो अपनी पत्नी के नाम पर लोगों से ठगी करता रहा। इससे तंग आकर डिप्टी एसपी ने गाजियाबाद के कौशांबी थाने में पूर्व पति के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
जानकारी के मुताबिक, पीड़ित महिला पुलिस अधिकारी का नाम श्रेष्ठा ठाकुर है, जो कि साल 2012 बैच की पीपीएस अधिकारी हैं। इस वक्त यूपी के शामली में तैनात हैं। श्रेष्ठा ठाकुर काफी तेज तर्रार पुलिस अधिकारी के रूप में पहचानी जाती हैं। लोग उन्हें लेडी सिंघम के नाम से भी जानते हैं.।
गाजियाबाद के कौशांबी थाने में उनके द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार साल 2018 में उनकी शादी रोहित राज नामक शख्स के साथ हुई थी। रोहित से उनकी मुलाकात एक मेट्रोमोनियल साइट के जरिए हुई थी। उसने खुद को 2008 बैच का आईआरएस अधिकारी बताया था और रांची में डिप्टी कमिश्नर पद पर अपनी तैनाती बताई थी। महिला पुलिस अधिकारी के परिजनों ने आरोपी ठग के बारे में जांच पड़ताल भी की थी।
बताया जा रहा है कि साल 2008 में रोहित राज नामक एक शख्स सच में आईआरएस के लिए सिलेक्ट हुआ था। उसकी तैनाती रांची में बतौर डिप्टी कमिश्नर सही पाई गई थी। दरअसल ये सबकुछ मिलते-जुलते नाम की वजह से हुआ था, जिसके जरिए आरोपी ने श्रेष्ठा ठाकुर के साथ धोखाधड़ी की थी।
जानकारी सही मिलने पर रोहित और श्रेष्ठा (Matrimonial Site) की शादी हो गई थी, लेकिन शादी के बाद जब सच सामने आया तो महिला पुलिस अधिकारी सन्न रह गई। उन्हें पता चल गया कि उनका पति कोई आईआरएस अधिकारी नहीं है, लेकिन शादी को बचाए रखने के लिए उन्होंने इस कड़वे घूंट को पीने का प्रयास किया था, लेकिन उनके पति की धोखाधड़ी की आदत बढ़ती गई। वो उनके नाम पर दूसरे लोगों से भी ठगी करने लगा।