रायपुर 22 जुलाई 2023। MLA’s Resignation : इलेक्शन का असर शुरू हो गया है। इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। बलौदाबाजार से विधायक प्रमोद शर्मा ने पार्टी छोड़ दी है। JCCJ विधायक प्रमोद शर्मा ने पार्टी को भेजे अपने इस्तीफे में पूरी बातें लिखी है। उन्होंने कहा है कि कल विधानसभा के मानसून सत्र का आखिरी दिन था। जोगी कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य के नाते, मैं कल तक सदन में जोगी कांग्रेस के विधायक के तौर पर मौजूद था, लेकिन आज मैने रेणु जोगी को इस्तीफा भेज दिया है। अब मैं स्वतंत्र हो गया है। चर्चा है कि प्रमोद शर्मा भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
आपको बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में JCCJ और बीएसपी ने साथ-साथ चुनाव लड़ा था और सात सीटों पर जीत दर्ज की थी। पांच सीटें जोगी कांग्रेस ने जीती थी, जबकि दो सीट बीएसपी के खाते में आयी थी। जोगी कांग्रेस की 5 सीटों में अजीत जोगी और देवव्रत सिंह का निधन हो गया। ये दोनों सीटें उपचुनाव में कांग्रेस के खाते में गयी। वहीं धर्मजीत सिंह को पार्टी से जोगी कांग्रेस ने बाहर कर दिया, जबकि प्रमोद शर्मा अब इस्तीफा देने वाले हैं। ऐसे में अब जोगी कांग्रेस की एक मात्र विधायक रेणु जोगी ही इस पार्टी में बचेंगी।
खबर ये भी है कि आज प्रमोद शर्मा और धर्मजीत सिंह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि इस बारे में पार्टी की तरफ से अधिकृत जानकारी नहीं मिल पायी है। लेकिन चर्चा है कि प्रमोद शर्मा और धर्मजीत सिंह दोनों भाजपा में शामिल हो सकते हैं। 2018 में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जेसीसीजे) से चुनाव लड़ा था और बलौदाबाजार से विधायक बने थे।
इससे पहले विधानसभा शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए प्रमोद शर्मा ने कहा था कि उन्हे जनता कांग्रेस पार्टी छोड़ना है, विधानसभा सत्र समाप्त होते ही पार्टी से इस्तीफा दें दूंगा। किस पार्टी में जाएंगे, पूछे जाने पर कह- देखते हैं। हालांकि चर्चा है कि भाजपा से उनकी बात हो गयी है। अमित शाह की मौजूदगी में वो पार्टी में शामिल हो सकते हैं। अमित के साथ प्रमोद शर्मा की लड़ाई 10 महीने पहले खुलकर सामने आई। तब पार्टी विरोधी होने की बात कहकर जनता कांग्रेस के एक और विधायक धर्मजीत सिंह को निकाल दिया गया था। जिस वक्त धर्मजीत सिंह को पार्टी से निकाला गया, तब ये बात भी सामने आई कि प्रमोद शर्मा और धर्मजीत सिंह मिलकर पार्टी का भाजपा के साथ विलय की कोशिश में थे। इसको रोकने के लिए पार्टी ने यह कदम उठाया कि धर्मजीत को पार्टी से निकाला।