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कानपुर, 14 सितंबर। Molestation in Humsafar Express : ट्रेनों में आए दिन होने वाली छेड़खानी से परेशान हुए लोगों का ये शायद आक्रोश ही था कि बरौनी हमसफर एक्सप्रेस में छेड़खानी के आरोपी रेलवे कर्मचारी प्रशांत की पीट-पीटकर जान ले ली थी। घटना मंगलवार की रात में उस वक्त हुई, जब 11 साल की बच्ची ने कर्मचारी पर बैड टच का आरोप लगाया। इससे गुस्साए बच्ची के परिजनों और डिब्बे के यात्रियों ने इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। वहीं, अब उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई है।

पिटाई से टूट गईं थी 31 हड्डियां

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दावा किया गया था कि रेलवे कर्मचारी की पिटाई से शरीर की 31 हड्डियां और 9 पसलियां टूट गई थी। डिब्बे में घसीटने की वजह से चार जगह से उसकी चमड़ी उधड़ गई थी। गुरुवार को मृतक आरोपी रेलवे कर्मचारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कानपुर जीआरपी थाने के इंचार्ज ओम नारायण सिंह ने बताया कि बरौनी से चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस से एक परिवार N-1 कोच में यात्रा कर रहा था। उसी डिब्बे में रेलवे कर्मचारी प्रशांत भी फर्श पर लेटा हुआ था।

लखनऊ से पहले प्रशांत ने अपनी मां के साथ फोन पर बात भी की थी। इसी दौरान एक 11 साल की नाबालिग बच्ची ने अपने साथ कई बार छेड़खानी का आरोप लगाया था। बच्ची ने कहा था कि अंकल बार-बार उसका पैर खींच रहे थे और उसके नाजुक अंगों से अश्लीलता कर रहे थे। वहीं लखनऊ से जब ट्रेन कानपुर की तरफ चली तो बच्ची ने मां से कहा कि मुझे टॉयलेट जाना है। टॉयलेट में बच्ची ने मां को रोकर प्रशांत की पूरी करतूत बताई।

इसके बाद मां ने पूरे डिब्बे में लोगों को उसकी करतूत बता दी। इससे गुस्साए लोग प्रशांत पर टूट पड़े। डिब्बे में जो जहां था सुनते ही उसके पास पहुंच गए और प्रशांत को पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान उसको मारते हुए लोग कानपुर सेंट्रल तक आए और रात 2:30 बजे के करीब बच्ची के परिजनों ने ही प्रशांत को जीआरपी कानपुर को सौंपा था। इसके बाद उनकी शिकायत पर सरमस्तपुर चंदन पट्टी मुजफ्फरपुर बिहार के रहने वाले प्रशांत पुत्र अरुण कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।

मृतक आश्रित में मिली थी नौकरी

जीआरपी के मुताबिक प्रशांत को पिता अरुण कुमार की सेवाकाल के दौरान मौत होने पर मृतक आश्रित में ग्रुप डी में नौकरी मिली थी। वह मूलरूप से मुजफ्फरपुर, बिहार का रहने वाला था। प्रशांत को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उसके लिखा-पढ़ी कर रही थी, तभी कुर्सी पर बैठे-बैठे वह लुढ़कने लगा तो कानपुर जीआरपी की पुलिस उसको तुरंत शहर के के पीएम अस्पताल मेडिकल कराने ले गई। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद प्रशांत का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके साथ बिहार में रहने वाले उसके चाचा राजकिशोर को सूचना दी गई।

शिकायत पर जांच कर रही है पुलिस

गुरुवार को उसके चाचा और भतीजे प्रशांत की डेडबॉडी लेकर कुशीनगर के रास्ते बिहार चले गए। राज किशोर से पूछा गया कि प्रशांत की मौत पर वह कोई शिकायत करेंगे तो उन्होंने कहा कि वह मानसिक रूप से कुछ अस्वस्थ था। उसकी पत्नी इसी चक्कर में अपनी बेटी को लेकर अलग हो गई थी। उसकी हरकतें ऐसी थी, अभी हमें कोई शिकायत नहीं करनी है। इस मामले में पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का गुरुवार को जब आकलन किया तो प्रशांत के साथ हुई पिटाई की हकीकत सामने आई।

तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम

प्रशांत का तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया था। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार प्रशांत की 31 जगह हड्डियां टूटी थी। जिसमें शरीर की 9 पसलियां पूरी तरह चकनाचूर हो गई थी। इस घटना के बाद सवाल यह भी उठ रहा है कि जब कोच में एक से सवा घंटे तक आरोपी प्रशांत को पीटा जाता रहा तो कोच के टीटी और अटेंडेंट कहां थे।

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