बलौदाबाजार, 30 जुलाई। Mother-Daughter Murder : कसडोल थाना क्षेत्र के ग्राम भदरा में मां-बेटी की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। हत्यारा कोई और नहीं बल्कि मृतिका महिला का प्रेमी ही था। महिला और आरोपी के बीच प्रेम संबंध चल रहा था। आरोपी महिला को बीच बीच में आर्थिक मदद भी करता रहता था। पिछले कुछ दिनों से मृतिका संतोषी प्रेमी दिलहरण से अधिक पैसे की डिमांड कर रही थी। पैसे नहीं देने पर उसके घर में बतौर पत्नी रहने और बदनाम कराने की धमकी दे रही थी।
इस बात से परेशान युवक ने महिला की हत्या की साजिश रची। इसी के तहत घटना वाले दिन महिला के घर पहुंचा था। दोनों के बीच इस दौरान मारपीट और विवाद हुआ था। चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर महिला की बेटी नींद से जाग गई और विवाद छुड़ाने पहुंची तो आरोपी ने टंगिया से उस पर भी हमला कर दिया। आरोपी दिलहरण ने दोनों मां-बेटी की हत्या के बाद शव को जला कर मौके से फरार हो गया था।
घर के अंदर अधजली मिली थी दोनों की लाश
मिली जानकारी के मुताबिक, 29 जुलाई को सुबह कसडोल थाना क्षेत्र के ग्राम भदरा में मां और बेटी की लाश घर के अंदर मिली है। भदरा गांव में रहने वाली 46 वर्षीय महिला संतोषी साहू और उसकी 16 वर्षीय बेटी की अधजली लाश घर में मिली थी। घटनास्थल का प्रारंभिक निरीक्षण पर दोनों मृतकों के सिर में किसी घातक हथियार से गंभीर चोट होना पाया गया। आरोपी द्वारा मिट्टी तेल डालकर दोनों शवों को जलाने का भी प्रयास किया गया था। एफएसएल रायपुर की फोरेंसिक टीम द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया। साथ ही थाना कसडोल की पुलिस टीम द्वारा जांच पंचनामा कर ग्रामवासियों से घटना के संबंध मे पूछताछ किया गया। प्रकरण में थाना कसडोल में मर्ग क्र. 63/2024, 64/2024 एवं अपराध क्र. 300/2024 धारा 103,1,238 बीएनएस पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया।
टीम में शामिल निरीक्षक रितेश मिश्रा, सउनि श्रवण नेताम, मेघनाथ बंजारे, महिला प्र.आर. मंजू साहू, आरक्षक शरद साहू, मृत्युंजय महिलांगे, प्रताप बंजारे, कमलेश बर्मन, शैलेन्द्र बंजारे, शैलेन्द्र पैकरा व म. आरक्षक नेटी की टीम द्वारा दोनों मृतकों की हत्या करने वाले अज्ञात आरोपियों के संबंध में जांच शुरू की गई। साथ ही साइबर सेल की टेक्निकल टीम द्वारा घटना के संबंध में महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र कर आरोपी की पहचान का प्रयास किया जा रहा था। मृतिका का घर ग्राम भदरा बीच बस्ती में है तथा घर में दोनो मृतक एवं उसका एक पुत्र निवास करते थे। घटना 28-29 जुलाई की रात से ही पुत्र सुनील एक शोक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ग्राम अहिल्दा थाना लवन चला गया था।
अधिक पैसे की कर रहा था मांग
इस दौरान मृतक मां और बेटी ही घर में थी। इस दौरान पता चला कि गांव के ही रहने वाले संदेही दिलहरण का मृतिका के घर आना-जाना है। और वह घटना के बाद से ही गांव से कहीं बाहर भाग गया है। इस सूचना पर से पुलिस का सारा ध्यान संदेही दिलहरण के ऊपर एवं उसकी खोजबीन में लग गया। पुलिस द्वारा संदेही दिलहरण का पता तलाश कर उसे हिरासत में लिया गया। पुलिस टीम की कड़ाई के आगे आरोपी टूट गया और उसने पुछताछ में बताया कि उसी ने ही दोनों की हत्या की थी।
आरोपी हत्यारा मृतिका महिला संतोषी के साथ प्रेम संबंध में था और वह मृतिका को बीच-बीच में आर्थिक मदद भी करता था। विगत कुछ दिनों से मृतिका द्वारा दिलहरण को अधिक रकम मांगने की बात को लेकर ब्लैकमेल कर रही थी। मृतिका अपनी मांग पूरी नहीं होने पर कहने लगी थी कि मैं तुम्हारे घर में जाकर बतौर पत्नी रहने लगूंगी और तुमको बदनाम कर दूंगी। इस बात से आरोपी दिलहरण मानसिक रुप से काफी परेशान हो गया था और इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए उसने मृतिका को मारने की योजना बना डाली।
पकड़े जाने के डर से बेटी की हत्या
योजना के तहत आरोपी 28 जुलाई मृतिका के घर गया और वहां वह उसे समझाने लगा। इस दौरान मृतिका जोर-जोर से चिल्लाकर बात करने लगी और हाथापाई भी करने लगी। आक्रोशित होकर आरोपी ने मृतिका के घर में रखे टंगिये से मृतिका संतोषी के उपर वारकर प्राण घातक चोंट पहुंचाया, जिससे मृतिका जमीन पर गिर गई और लहुलुहान हो गई।
आवाज सुनकर मृतिका की पुत्री ममता भी मौके पर आ गई। पकड़े जाने के डर से आरोपी द्वारा टंगिये से मृतिका की पुत्री हमला कर दिया। तत्पश्चात आरोपी दिलहरण द्वारा मिट्टी तेल छिड़कर दोनों मृतिका (माता-पुत्री) को जला दिया और घर के पीछे के रास्ते से भाग निकला था। आज 30 जुलाई को आरोपी दिलहरण को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेजने की प्रक्रिया की जा रही है।