BJP rebel leader: 2 officials expelled for contesting elections against BJP candidate...see how many were expelledBJP rebel leader
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भोपाल, 15 अक्टूबर। MP Assembly Election : मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चार लिस्ट जारी कर 136 उम्मीदवारों को चुनावी समर में उतारा है। कांग्रेस ने भी रविवार को 144 कैंडिडेट के नाम का ऐलान कर दिया है। सूबे में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। ऐसे में एमपी के चंबल क्षेत्र में भाजपा को तगड़ा झटका लगा है। चार बार भाजपा के विधायक रहे रसाल सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

मध्यप्रदेश में चुनाव की घोषणा के साथ ही भाजपा-कांग्रेस में नाराज नेताओं के दल बदल का सिलसिला जारी है। प्रदेश की एक और हाई प्रोफाइल सीट लहार में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह को हराने के लिए भाजपा प्रत्याशी अम्बरीश शर्मा के समर्थन में खुद मुख्यमंत्री मैदान में नजर आ रहे हैं। तो वहीं इस बीच टिकट कटने से नाराज भाजपा के पूर्व विधायक रसाल सिंह ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

पूर्व विधायक ने इस्तीफा में नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, ‘मैंने भाजपा संगठन के एक कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में अपना सारा जीवन समर्पित कर दिया है। सदैव संगठन के हित में कार्य किया। लेकिन संगठन ने पार्टी के साथ गद्दारी करने वाले नेता को बढ़ावा देकर बिना किसी को सुने उन्हें चुनावी रण में उतारकर पार्टी में लोकतंत्र की हत्या कर दी है। ऐसे में मेरा उनके लिए प्रचार करना मेरे स्वाभिमान के साथ न्याय नहीं होगा।’

पूर्व विधायक रसाल सिंह ने अपने सोशल मीडिया पर इस्तीफे की कॉपी पोस्ट कर भाजपा छोड़ने की सूचना सार्वजनिक की है। वहीं बीजेपी जिला अध्यक्ष देवेंद्र नरवरिया ने बताया की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लहार में कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपने व्हाट्सएप पर उनका इस्तीफा देखा है। वो उनसे बात करेंगे कि उन्हें क्या नाराजगी है। भाजपा जिला अध्यक्ष के मुताबिक, रसाल सिंह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं जिन्हें मनाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।

रसाल सिंह पूर्व में रौन से से चार बार विधायक रह चुके हैं। बीते दो विधानसभा चुनाव में लहार से डॉ गोविंद सिंह के खिलाफ भाजपा से मैदान में भी उतरे लेकिन दोनों ही बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा, ऐसे में इस बार बीजेपी ने अम्बरीश शर्मा को टिकट दिया। टिकट फाइनल होने के बाद से ही पूर्व विधायक नाराज थे और लगातार लहार से दावेदारी ठोकते हुए पार्टी को चेतावनी भी दे रहे थे। लेकिन टिकट में बदलाव न होने पर रविवार को सीएम के दौरे के समय उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

बता दें कि क्षेत्र में कयास है कि पूर्व विधायक रसाल सिंह बीजेपी छोड़ने के बाद जल्द ही बहुजन समाजवादी पार्टी जॉइन कर सकते हैं और लहार से चुनाव भी लड़ सकते हैं हालांकि उनका (MP Assembly Election) एक बार फिर मैदान में आना बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों को इस चुनाव में नुकसान पहुंचाएगा।