नई दिल्ली, 10 मार्च। MP Brijendra Singh : हिसार के बीजेपी सांसद बृजेंद्र सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने रिजाइन की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करके दी। बृजेंद्र सिंह ने कहा कि मैंने राजनीतिक कारणों से भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के साथ ही पीएम मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे हिसार के संसद के रूप में सेवा करने का अवसर दिया।
खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस में होंगे शामिल
सांसद बृजेंद्र सिंह ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बृजेंद्र सिंह और उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल होंगे। बीरेंद्र सिंह 2014 में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाकर केंद्रीय मंत्री बनाया गया था।
2019 के लोकसभा चुनाव में बीरेंद्र सिंह ने अपने बेटे बृजेंद्र सिंह को टिकट दिलाया था। जानकारी के अनुसार बृजेंद्र सिंह भाजपा की टिकट कटने की संभावना मानी जा रही थी। जजपा के साथ गठबंधन जारी रखने पर बीरेंद्र और बृजेंद्र सिंह ने भाजपा छोड़ने का एलान किया था। भाजपा ने जजपा को एनडीए में शामिल किया है। भाजपा ने हरियाणा में जजपा के साथ सीट को लेकर कोई एलान नहीं किया है।
भाजपा की टिकट को लेकर कोर कमेटी की एक बैठक रविवार देर शाम होने की संभावना है। इसमें भाजपा कुछ सीट पर प्रत्याशी घोषित कर सकती है। सूत्रों के अनुसार बृजेंद्र सिंह सीट को लेकर आश्वस्त नहीं थे। भाजपा के आंतरिक सर्वे में कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर की थी। इसके बाद हिसार लोकसभा से पूर्व वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु ,पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई , डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा को उतारने की तैयारी चल रही थी।
10 साल बाद कांग्रेस में वापसी
बीरेंद्र सिंह ने 2014 में कांग्रेस छोड़ी थी। इसके बाद भाजपा ने राज्यसभा सदस्य बनाकर उन्हें केंद्रीय इस्पात मंत्री बनाया था। उनकी पत्नी प्रेमलता को उचाना सीट से विधायक बनाया। 2019 में बृजेंद्र सिंह को हिसार लोकसभा सीट पर उतारा गया था। अब दस साल बाद बीरेंद्र सिंह का परिवार कांग्रेस में वापसी कर रहा है।
पिछले तीन महीने में बीरेंद्र सिंह की पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा (MP Brijendra Singh) के साथ तीन मुलाकात हुई। इसके बाद सियासी गलियारों में बीरेंद्र सिंह के भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा शुरू हो गई थी।