भोपाल, 03 मार्च। MP Controversial Statement : भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। जिसमें कई विवादित दिग्गजों का पत्ता साफ हो गया है। धीरे-धीरे नाराजगी के स्वर उभरने लगे हैं। पार्टी ने जिन मौजूदा सांसदों के टिकट काटे हैं उनमें भोपाल से सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी शामिल हैं। वह अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। माना जा रहा है कि सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को पीएम मोदी की नाराजगी का खामियाजा भुगतना पड़ा है।
टिकने कटने के बाद साध्वी प्रज्ञा ने मीडिया हाउस में बातचीत की, जिसमें उन्होंने कहा कि, “टिकट क्यों कटा? कैसे कटा? यह सब सोचने का विषय नहीं है। यह संगठन का निर्णय है। मैंने न तो पहले टिकट मांगा था और न अब मांग रही हूं। बस ऐसा हो सकता है कि मेरे कुछ शब्द मोदी जी को पसंद नहीं आए। जिसके लिए मैं माफी भी मांग चुकी थी।”
बीजेपी की मौजूदा सांसद ने कहा, “हो सकता है मैंने जो कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर लिया जो मोदी जी को पसंद नहीं आए और उन्होंने कहा था कि मुझे माफ नहीं करेंगे लेकिन मैंने उसके लिए पहले ही माफी मांग ली थी। मेरा सत्य बोलना विरोधियों और कांग्रेस के लोगों को खटकता है और मेरी आड़ लेकर वो मोदी जी पर प्रहार करते हैं।”
प्रज्ञा ठाकुर ने अपने गोड्से वाले बयान को सही बताया और कहा कि उन्होंने जो भी कहा, “सत्य कहा लेकिन मिडिया ने उसे विवादित बयान कहकर मुद्दे को हवा दी।’ टिकट नहीं मिलने पर उनके पार्टी छोड़ने के संभावित विचारों के बारे पूछे जाने पर प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, ‘मेरा पार्टी छोड़ने का कोई विचार नहीं है। संगठन जो जिम्मेदारी मुझे देगा मैं उसे निभाऊंगी और जहां मेरी जरूरत होगी मैं वहां उपलब्ध रहूंगी।
मोदी बोले थे- प्रज्ञा ठाकुर को माफ नहीं कर पाउंगा
प्रज्ञा ठाकुर पर प्रधानमंत्री मोदी नाराज हो गए थे। उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड्से को ‘सच्चा देशभक्त’ बताया था, जिसपर मोदी ने कहा था कि वह उन्हें माफ नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा था कि गोड्से वाले बयान के लिए उन्होंने माफी तो मांग ली है लेकिन “महात्मा गांधी का अपमान करने के लिए मैं प्रज्ञा ठाकुर को कभी माफ नहीं कर पाउंगा।”
मोदी-शाह हो गए थे नाराज
पार्टी नेता के विवादित बयान से बीजेपी की खूब किरिकिरी हुई थी। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने पीएम नरेंद्र मोदी की खामोशी पर सवाल उठाए थे और उनसे चुप्पी तोड़ने की अपील की थी। गृह मंत्री अमित शाह भी उनके बयान से नाराज हो गए थे और उनसे जवाब तलब किया था। हालांकि, बीजेपी ने उनकी उम्मीदवारी रद्द नहीं की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को 3.64 लाख वोटों के बड़े अंतर से हराया था।
प्रज्ञा के विवादित बयानों की फहरिस्त है लंबी
इसके साथ ही मुंबई (MP Controversial Statement) आतंकी हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे की मौत को लेकर भी प्रज्ञा ने कहा था कि उनके श्राप के कारण ही पूर्व एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे की मौत हुई थी। इसके अलावा एक बार उन्होंने अपने विवादित बयान में कहा था कि वो सांसद शौचालय और नाला साफ करने के लिए नहीं बनीं हैं। इसके अलावा बताया जाता है कि पार्टी कार्यकर्ता भी उनसे नाराज़ थे, क्योंकि वह कथित तौर पर स्थानीय कार्यक्रमों पर ध्यान नहीं दे रही थीं।