नई दिल्ली, 28 जून। MP Phulo Devi Netam : संसद सत्र के पांचवें दिन शुक्रवार को राज्यसभा में कांग्रेस सांसद फूलो देवी नेताम की तबीयत बिगड़ने की खबर आई है। आनन-फानन में फूलो देवी को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल ले जाया गया। यह घटना तब हुई, जब सदन के अंदर नीट परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर विपक्ष विरोध-प्रदर्शन कर रहा था।
खबर है कि हंगामे के बीच फूलो देवी की तबीयत बिगड़ गई और वो बेहोश हो गईं। साथी सांसदों ने फूलो देवी को संभाला और तुरंत एंबुलेंस बुलाई। संसद परिसर में फूलो देवी को लेकर जाने का वीडियो सामने आया है। इसमें आगे AAP की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल भी बैठी दिख रही हैं।
आरएमएल अस्पताल में कराया गया भर्ती
राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम को आरएमएल अस्पताल ले जाया गया है। जब वह बेहोश हुईं तो वहां संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू भी पहुंचे। रजनी पाटिल, स्वाति मालीवाल, इमरान प्रतापगढ़ी और अन्य कांग्रेस सांसदों ने भी फूलो देवी की सहायता की।
कौन हैं फूलो देवी नेताम?
फूलो देवी नेताम छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में कोंडागांव की रहने वाली हैं और कांग्रेस से राज्यसभा सांसद हैं। वे छत्तीसगढ़ में महिला कांग्रेस की अध्यक्ष भी हैं। वे 14 सितंबर 2020 को कांग्रेस के सदस्य के रूप में छत्तीसगढ़ से राज्यसभा के लिए चुनी गईं थीं। राज्यसभा की विशेषाधिकार समिति ने पिछले साल अगस्त में सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के लिए फूलो देवी नेताम समेत 12 विपक्षी सांसदों को कदाचार का दोषी ठहराया था। गुरुवार को इन सदस्यों को भविष्य में इस तरह के व्यवहार नहीं करने की चेतावनी दी गई थी। गुरुवार को विशेषाधिकार पैनल ने राज्यसभा में रिपोर्ट पेश की।
पैनल ने रिपोर्ट में कहा, AAP नेता संजय सिंह, शक्तिसिंह गोहिल, सुशील कुमार गुप्ता, संदीप कुमार पाठक, सैयद नासिर हुसैन, फूलो देवी नेताम, जेबी माथेर हिशाम, रंजीत रंजन और इमरान प्रतापगढ़ी को भविष्य में इस तरह के कदाचार में शामिल होने से बचना चाहिए और ईमानदारी से अनुकरणीय आचरण का पालन करना चाहिए।