बहराइच, 03 अगस्त। Murder : बेटी का पिता बनना वाकई एक सुखद अनुभूति है। एक पिता को अपनी बेटी की हंसी से जो आत्मिक शांति मिलती है, उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। जैसे-जैसे बेटी बड़ी होती जाती है, पिता की यह शांति उसके पालन-पोषण, शिक्षा, विवाह और सुरक्षा जैसी चिंताओं से घिर जाती है।
लेकिन बचपन में अपनी बेटियों की हंसी से खुश रहने वाले कुछ पिता, उसकी जवानी में न केवल खुशी को नजरअंदाज करते हैं, बल्कि अपनी झूठी शान के लिए अपने ही हाथों अपनी बेटियों की हत्या भी कर देते हैं।
मोतीपुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर मटेही (निबिया) से भी ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां सोमवार को करीब 12 बजे बेटी अपने घर में प्रेमी से बात कर रही थी, तभी पिता वहां पहुंच गया। दोनों को साथ देखकर वह इतना आगबबूला हो गया कि उसने धारदार हथियार से उन पर हमला कर दिया।
इस घटना की भयावहता तब स्पष्ट हो गई जब आरोपी पिता अपनी बेटी के टुकड़े-टुकड़े करने के बाद भागा नहीं बल्कि लाश के पास ही बैठा रहा। इस दौरान उसके चेहरे पर चिंता या पश्चाताप (Murder) का कोई निशान नहीं था। हालांकि, इस घटना से परिवार समेत पूरा गांव स्तब्ध है।