धौलपुर, 13 मार्च। Murder of Bhupendra Singh : राजस्थान के धौलपुर जिले के राजाखेड़ा कस्बे से दुखद खबर आ रही है। जहां युवा कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग के प्रदेश संयोजक भूपेंद्र सिंह की निर्मम हत्या कर दी गई है।
हमलावरों से हुई थी मामूली कहासुनी
बताया जा रहा है कि मंगलवार को राजाखेड़ा पंचायत समिति के मुख्य गेट के बाहर आधा दर्जन से अधिक हमलावरों ने उन पर हमला कर हत्या कर दी। हमलावर भूपेन्द्र को मरा हुआ समझकर मौके से फरार हो गए, लेकिन घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे परिजनों ने भूपेंद्र को गंभीर रूप से घायल अवस्था में राजाखेड़ा के सरकारी अस्पताल पर भर्ती कराया।
जहां उसे प्राथमिक उपचार देने के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया। फिर परिजन घायल भूपेंद्र को इलाज के लिए आगरा के एक निजी अस्पताल में ले गए। यहां उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था, लेकिन बुधवार दोपहर बाद उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजन बुधवार की शाम को मृतक के शव को लेकर राजाखेड़ा के सरकारी अस्पताल पहुंचे। मौके पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। भीड़ को देखते हुए अस्पताल पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
पूर्व सीएम ने किया X पर शेयर
घटना को लेकर पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। सरकार से आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।
कहा जा रहा है कि मृतक भूपेंद्र की आरोपियों से कुछ दिन पहले डीजे को लेकर कहासुनी हो गई थी। मामूली कहासुनी को लेकर मंगलवार को आरोपियों ने भूपेंद्र पर जानलेवा हमला कर दिया। घटना को लेकर भूपेंद्र के पिता भूरी सिंह निवासी वार्ड नंबर 13 नयावास मोहल्ला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि मंगलवार शाम करीब 5 बजे उनका पुत्र भूपेंद्र पंचायत समिति राजाखेड़ा से बाहर मुख्य द्वार पर आया।
तभी पहले से घात लगाए बैठे देवी सिंह पुत्र लायक सिंह निवासी नयावास राजाखेड़ा, तपेंद्र पुत्र हरीसिंह निवासी हाट मैदान राजाखेड़ा, रंजीत पुत्र प्रमोद निवासी समोना थाना राजाखेड़ा और चार पांच अज्ञात व्यक्तियों ने लाठी डंडों व रोड से उसके पुत्र भूपेंद्र पर जानलेवा हमला कर दिया। आरोपी देवी सिंह ने अवैध कट्टा हवा में लहराते हुए कहा कि अगर कोई हमारे बीच में आया या भूपेंद्र को बचाया तो गोली से उड़ा देंगे। जिसके कारण मौके पर मौजूद लोगों ने भूपेंद्र को (Murder of Bhupendra Singh) नहीं बचाया।