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आगरा, 01 नवंबर। Murder of Couple : आगरा के अछनेरा के सांथा गांव के रहने वाले दंपती की करौली में हुई हत्या का राजस्थान पुलिस ने खुलासा कर दिया है। दोनों की हत्या मां और सगे मामा ने कराई थी। मां ने अपने बेटे और बहू की हत्या की साजिश अपने भाई के साथ मिलकर रची।

मां ने अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा बचाने के नाम पर रिश्तों का भी कत्ल कर दिया। पुलिस ने हत्यारोपी मां, मामा और उनके नौकर को गिरफ्तार कर लिया है।

दरअसल, करौली जिले के मासलपुर थाना इलाके के गांव भोजपुर के पास बुधवार सुबह कार में युवक-युवती के शव मिले थे। दोनों की शिनाख्त अछनेरा के गांव सांथा निवासी पति-पत्नी विकास और दीक्षा के रूप में हुई। विकास का शव ड्राइविंग सीट पर तो दीक्षा का शव पीछे की सीट पर मिला था।

विकास के दो तो दीक्षा को एक गोली मारी गई थी। हत्याकांड के बाद राजस्थान पुलिस ने मृतक के मोबाइल के माध्यम से उनकी शिनाख्त की थी। परिजनों ने बताया कि विकास और दीक्षा के साथ चमन खान भी था। चमन धौलपुर के ईटकी का रहने वाला है। वो विकास के मामा के यहां पर नौकरी करता था। हत्या के बाद से वो गायब था।

चमन की गिरफ्तारी से सुलझी कहानी

विकास के घरवालों ने बताया कि विकास मंगलवार दोपहर को चमन के साथ कुकथला मंदिर के दर्शन व दवा लेने की बात कहकर निकला था। जब शाम तक वो वापस नहीं आए तो विकास को फोन किया लेकिन बात नहीं हुई। रात 8 बजे विकास ने कैला देवी मंदिर के फोटो वाट्सएप पर भेजे।

पुलिस ने कैला देवी मंदिर के आसपास के सीसीटीवी चेक किए तो चमन और विकास साथ में दिखाई दिए। इसके बाद पुलिस ने मंदिर से लेकर घटना स्थल तक के करीब 300 कैमरे देखे। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से चमन खान को गिरफ्तार कर लिया। जब उससे पूछताछ हुई तो उसने हत्या की साजिश में विकास के मामला रामबरन का नाम लिया।

मामा से हुई पूछताछ तो पुलिस भी सकते में आई

पुलिस ने मृतक विकास के मामा रामबरन को उठाया। उससे और चमन से अलग-अलग पूछताछ की। पूछताछ में रामबरन ने हत्या के मुख्या साजिशकर्ता का नाम बताया तो पुलिस भी सकते में आ गई। उसने बताया कि उसकी बहन और विकास की मां ललिता ने अपने बहू और बेटे की हत्या की साजिश रची है। पुलिस ने गुरुवार सुबह विकास की मां को गिरफ्तार किया।

पति-पत्नी के थे अवैध संबंध

पूछताछ में मृतक विकास की मां ललिता ने बताया-वो अपने बेटे और बहू के अवैध संबंधों से परेशान थी। उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल हो रही थी। वो घर से बाहर नहीं निकल पाती थी। बेटे के किसी युवती से संबंध थे तो बहू के भी अवैध संबंध थे। उसने उनको रंगे हाथ पकड़ा भी था।

मां ने बताया-उसने बेटे और बहू को समझाया भी था, लेकिन दोनों अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे थे। लोक लाज बचाने के लिए उसने अपने बडे़ भाई रामबरन के साथ बहू बेटे की हत्या की साजिश रची थी।

दो माह पहले से चल रही थी हत्या की प्लानिंग पुलिस को पूछताछ में ललिता और रामबरन ने बताया कि विकास और उसकी पत्नी की हत्या के लिए वो दो माह से प्लानिंग कर रहे थे। पहले उन्होंने दोनों का एक्सीडेंट कराने का प्लान बनाया। इसके बाद दोनों को पानी में डुबोकर मारना चाहा, लेकिन वो अपने इरादों में सफल नहीं हो सके।

हत्या के लिए खरीदी कार

आरोपी रामबरन ने बताया कि विकास को कार चलानी नहीं आती थी। ऐसे में उसने विकास और पत्नी का एक्सीडेंट कराने के लिए एक पुरानी कार खरीदी। इस साजिश में अपने नौकर चमन खान को शामिल किया। उसे रुपए का लालच दिया। चमन ने विकास को कार चलाना शुरू किया। उनकी योजना थी कि विकास को कार देकर वो उसका एक्सीडेंट करवा देंगे।

एक माह पहले तय की हत्या की जगह रामबरन और चमन खान ने विकास और दीक्षा की हत्या के लिए एक माह पहले आगरा से मासलपुर होकर कैला देवी जाने वाले मार्ग पर सुनसान स्थान को चिह्नित कर लिया था। प्लानिंग के तहत ही चमन दोनों को कैला देवी लेकर गया था। चमन ने जानबूझकर कैला देवी में देर की, जिससे रात को वारदात को अंजाम दिया जाए।

रामबरन हथियार लेकर पहुंचा

रात को जैसे ही चमन दोनों को लेकर कैला देवी मंदिर से वापस निकला तो उसने रामबरन को फोन कर दिया। रामबरन धौलपुर ईटकी अपने घर से ईको कार से मासलपुर पहुंचा। यहां पर चमन ने सुनसान रास्ते में गाड़ी रोक दी। वहां पर मौजूद रामबरन ने चमन को कट्‌टा व कारतूस दिए।

इसके बाद चमन ने विकास से गाड़ी चलाने को कहा। मगर, चमन वारदात को अंजाम नहीं दे सका इसके बाद रास्ते में रामबरन ने गाड़ी रुकवाई । चमन और रामबरन ने एक साथ मिलकर विकास और दीक्षा को गोली मारी। रामबरन वहां से चमन को लेकर फरार हो गया।