Murder of Son: It doesn't matter to me whether you live or die...! The last words of the 'murderer father' before killing his son are seen in the picture... Beat him with a cricket bat and then killed him by banging his head against the wallMurder of Son
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बेंगलुरु, 17 अक्टूबर। Murder of Son : “तुम जियो या मरो, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता…” ये एक पिता के अपने बेटे को मारने से पहले आखिरी शब्द थे। बेंगलुरु में शुक्रवार को एक शख्स ने अपने 14 वर्षीय बेटे की मोबाइल की लत और पढ़ाई में दिलचस्पी न होने को लेकर बहस के बाद क्रिकेट के बल्ले से पीट-पीट कर और दीवार पर उसका सिर पटक कर हत्या कर दी, जिससे पूरा शहर हैरान रह गया। हत्या से पहले रवि कुमार ने अपने बेटे को न सिर्फ प्रताड़ित किया, बल्कि हत्या को छुपाने की भी कोशिश की।

कुमारस्वामी लेआउट इलाके में एक स्कूली लड़के की संदिग्ध मौत की रिपोर्ट मिलने के बाद यह मामला सामने आया। जब पुलिस उसके घर पहुंची, तो वहां का नजारा चौंकाने वाला था। किशोर की अर्थी तैयार थी और उसका परिवार अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटा हुआ था। पुलिस ने फिर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

PM से पिता की क्रूरता का हुआ खुलासा

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, लड़के के सिर पर गंभीर अंदरूनी चोटें थीं और उसके शरीर पर कई घाव थे, जिससे पता चलता है कि मरने से पहले उस पर बेरहमी से हमला किया गया था। पुलिस जांच से पता चला कि पेशे से बढ़ई रवि कुमार अपने बेटे से बेहद नाराज रहता था क्योंकि पढ़ाई में उसकी दिलचस्पी नहीं थी। वह कक्षा 9 के छात्र था।

घटना वाले दिन, मोबाइल फोन की मरम्मत कराने को लेकर हुई एक मामूली बहस ने कुमार को गुस्से में ला दिया। उसने क्रिकेट का बल्ला पकड़ लिया और उससे बेटे तेजस की पिटाई कर दी। लेकिन वह अभी भी पूरा नहीं हुआ था। उन्होंने अपने बेटे को दीवार पर पटक दिया और कहा, “मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि तुम जियो या मरो।”

लेकिन इतने से भी रवि का मन नहीं भरा। उसने अपने बेटे को दीवार पर पटक दिया। इसके बाद लड़का जमीन पर गिर गया और दर्द से कराहता रहा। सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक उसकी हालत बिगड़ती रही, लेकिन जांच के मुताबिक, सांस रुकने के बाद ही उसे अस्पताल ले जाया गया। वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस लोकेश बी ने कहा, “बच्चे और उसके माता-पिता के बीच तीखी बहस होती थी। वे पढ़ाई में उसके प्रदर्शन और मोबाइल फोन के अत्यधिक इस्तेमाल से खुश नहीं थे। उन्होंने दावा किया कि वह बुरी संगत में भी था। और यही लड़के की हत्या का कारण बना।”

हत्या को छिपाने की कोशिश

शख्स ने शव से खून के धब्बे साफ (Murder of Son) कर हत्या को छुपाने की कोशिश की और अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने बल्ला भी छिपा दिया। पुलिस के मुताबिक, यह सबूत मिटाने और मामले को सामान्य मौत जैसा दिखाने की कोशिश थी। लड़के के परिवार में उसके माता-पिता और दो छोटे भाई-बहन हैं। पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है।

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