रायपुर, 08 जुलाई। Murder of Vani Goyal : अंबिकापुर के बड़े कारोबारी अशोक गोयल की इकलौती बेटी और भाजपा नेता की भतीजी वाणी गोयल की उसके प्रेमी विशाल गर्ग ने पूरी प्लानिंग के साथ हत्या कर दी। वह कुछ समय से वाणी पर शादी के लिए दबाव डाल रहा था। वाणी इसके लिए राजी नहीं हो रही थी।
हत्या के बाद उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए वाणी का मोबाइल नागपुर की ओर जा रही ट्रेन में फेंक दिया। इसके कुछ घंटे बाद रात में आरोपी ने भी ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली? युवक के पास से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। इसलिए आत्महत्या के कारणों पर सस्पेंस है।
मिली जानकारी के मुताबिक वाणी शनिवार रात 9.30 बजे दुर्ग-अंबिकापुर ट्रेन से घर जाने वाली थी। इसी ट्रेन से विशाल भी अंबिकापुर लौटने वाला था। वाणी किचन ट्रेनिंग खत्म होने के बाद अपने रिश्तेदार के घर रहने लगी थी। वहां से अपनी बड़ी मम्मी-पापा के घर तेलघानी नाका जाने के लिए निकली थी। लेकिन तेलघानी नाका न जाकर वह होटल पहुंची।
विशाल वहां इंतजार कर रहा था। दोनों दोपहर 1.30 बजे जेल रोड स्थित होटल के भीतर गए। वाणी ने एक कमरा बुक किया था। दोनों का होटल के भीतर जाते हुए सीसीटीवी फुटेज मिला है। वाणी वहां ज्यादा देर रूकना नहीं चाहती थी। उसने करीब 3 बजे घर जाने ऑनलाइन टैक्सी बुक करायी थी।
दोपहर को आने की कही थी बात
वाणी के बड़े पिता और रिटायर अपर कलेक्टर एसके अग्रवाल ने बताया कि वाणी ने मुझे शनिवार दोपहर 12.30 बजे फोन किया। उसने पूछा कि बड़ी मम्मी बनारस से लौट आई हैं क्या? मुझे उनसे मिलना है। तब उन्होंने बताया कि कुछ देर में घर आ जाएंगी। वाणी ने कहा कि वह भी कुछ देर में घर पहुंचेगी। उसने आज रात ही अंबिकापुर जाने की बात भी कही। मैंने उसे रूकने के लिए कहा तो वाणी ने मना कर दिया। मैं उसका दोपहर में इंतजार करता रहा, लेकिन वह नहीं आई। शाम को छोटे भाई का फोन आया कि वाणी फोन नहीं उठा रही है।
तब उसके साथ ट्रेनिंग देने वाली वाणी खत्री से संपर्क किया। खत्री ने बताया कि दोपहर में दोनों टैक्सी लेकर मारुति लाइफ स्टाइल से निकले थे। उसने मुझे कोटा के सुपर बाजार में मुझे छोड़ा और आगे चली गई। सुपर बाजार में जाकर टैक्सी का नंबर निकाला गया। फिर उसके मालिक से संपर्क किया। तब हमें टैक्सी ड्राइवर का नंबर मिला। उसने बताया कि वाणी को उसने दोपहर में जेल रोड स्थित होटल बेबीलोन में छोड़ा है। वहां एक लड़का इंतजार कर रहा था। उसने आधा घंटे बाद घर लौटने की बात भी कहीं थी। तब हम लोग रात में बेबीलोन पहुंचे।
होटल से निकलकर पहुंचा रेलवे स्टेशन
विशाल होटल से निकलकर रेलवे स्टेशन गया। प्लेटफार्म में नागपुर की ओर जाने वाली ट्रेन खड़ी थी। वह एसी-1 बोगी में चढ़ा और उसके बाथरूम में वाणी का मोबाइल रख दिया। फिर स्टेशन से अपनी बहन के घर शिवानंद नगर गया। कुछ देर तक वहां बैठा फिर घूमकर आने की बात कहकर पैदल ही निकल गया। कुछ घंटे बाद विशाल को उसकी बहन, जीजा और बड़े भाई ने फोन लगाया, लेकिन उसने किसी से बात नहीं की। वह पैदल डब्ल्यूआरएस कॉलोनी पहुंचा और स्टेशन के पास बैठा रहा।
देर रात की खुदकुशी
जीआरपी पुलिस के मुताबिक शनिवार-रविवार दरमियानी रात 3:30 बजे विशाल ट्रेन आते देखकर पटरी पर लेट गया। तड़के सुबह आसपास के लोगों ने लाश देखकर पुलिस को सूचना दी। विशाल की जेब में फोन था जो लगातार बज रहा था। पुलिस ने कॉल रिसीव किया तब विशाल की पहचान हुई। परिजनों को फिर जीआरपी बुलाया गया।
गोंदिया में टीटी ने उठाया फोन
वाणी के जीजा सौरभ अग्रवाल ने बताया कि वाणी ने दोपहर 2 बजे अपनी मां से बात की थी। उसने बताया था कि वह दोस्तों के साथ लंच पर आई है। शाम 5 बजे से घर के सदस्य उसे फोन लगा रहे थे। लेकिन उसने किसी का फोन रिसीव नहीं किया। तब घर वालों ने उसकी तलाश शुरू की। रात करीब 10.30 बजे ट्रेन के टीटी ने बाथरुम में रखे फोन को रिसीव किया। उस समय ट्रेन गोंदिया पहुंची थी। उससे बात करने के बाद परिवार वालों को अनहोनी का संदेह हुआ।