नई दिल्ली, 01 नवंबर। Murder on Diwali : दिल्ली के शाहदरा में दिवाली की रात एक ही परिवार के दो दीपक बुझ गए और घर में मातम छा गया। दरअसल, गुरुवार को परिवार अपने घर के बाहर दिवाली मना रहा था जब दो हथियारबंद लोग आए और एक 40 साल के शख्स और उसके 16 साल के भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं शख्स का 10 साल का बेटा घायल हो गया।
अधिकारी ने बताया कि इस घटना में आकाश शर्मा उर्फ छोटू और उनके भतीजे ऋषभ शर्मा की मौत हो गई, जबकि कृष शर्मा गोली लगने से घायल हो गया। उन्होंने बताया कि पीड़ित शाहदरा के फर्श बाजार इलाके में अपने घर के बाहर दिवाली मना रहे थे। उन पर रात 8 बजे के आसपास हमला किया गया।
अधिकारी ने बताया ,’रात करीब साढ़े आठ बजे पीसीआर कॉल मिलने पर पुलिस की एक टीम शाहदरा भेजी गई। हत्या के प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने आकाश शर्मा पर गोली चलाने से पहले उनके पैर छुए थे। सभी पीड़ितों को अस्पताल ले जाया गया लेकिन दो की मौत हो गई।
पांव छूकर आशीर्वाद लिया और चला दी गोली
घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें पीले कुर्ते में आकाश और ऋषभ गली में चटाई बम जलाने जा रहे हैं। कृष दरवाजे पर खड़ा होकर ये सब देख रहा है। इतने में दो लोग स्कूटी से आते हैं और स्कूटी पर बैठा शख्स आकाश के पांव छूकर आशीर्वाद लेता। दूसरा शख्स स्कूटी से उतरकर खड़ा है। वह अचानक कमर से बंदूक निकालता है और आकाश पर गोली चला देता है। दरवाजे के भीतर एक गोली कृष को भी लगती है। वहीं पटाखा जला रहा ऋषभ जब तक कुछ समझ पाता तब तक स्कूटी सवार भागने लगते हैं। ऋषभ उनके पीछे भागता है तो वे उसे भी गोली मार देते हैं और निकल जाते हैं।
‘उधार वापस मांगा तो बदल गई आरोपी की नियत’
अधिकारी ने बताया कि आकाश शर्मा और ऋषभ शर्मा को अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि कृष शर्मा का इलाज चल रहा है। पुलिस ने बताया कि पहली नजर में यह आपसी दुश्मनी का मामला लग रहा है।
इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग को हिरासत में लिया। ये वही लड़का है जिसने आकाश के पैर छुए थे। फिलहाल पीड़ित परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए जाएंगे और आगे की जांच जारी है।
70 हजार रुपयों के लिए हत्या
डीसीपी शाहदरा प्रशान्त गौतम ने बताया कि जानकारी के मुताबिक मृत आकाश ने आरोपी नाबालिग को कोई काम सौंपा था जिसके बदले उसे 70 हजार रुपये देने की बात हुई थी। अब काम पूरा हो जाने पर आकाश न तो पैसे दे रहा था और न ही आरोपी का फोन उठा रहा था। इस वजह से नाबालिग बेहद गुस्से में था। उसने एक कॉन्ट्रैक्ट किलर को हायर किया और दीपावली के दिन मौका देखकर आकाश हत्या को अंजाम दिया।
उन्होंने बताया कि आरोपी के टारगेट पर सिर्फ आकाश था, लेकिन पहले कृष को गलती से गोली लगी, इसके बाद ऋषभ ने जब आरोपी को पकड़ना चाहा यो उसने ऋषभ को भी गोली मार दी। उन्होंने आगे बताया कि नाबालिग 17 दिन से इस हत्या की प्लानिंग कर रहा था और वह पहले भी कई वारदातों में शामिल रहा है।
‘काम हो गया तो न पैसे दिए न फोन उठाया’
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी ने बताया कि उसी ने इस कत्ल की साजिश रची थी। उसी ने शूटर हायर किया था, और मौका देखकर दीवाली की रात पहचान करवाने के बाद शूटर से गोली चलवाई। आरोपी ने बताया कि आकाश ने उसे कोई टास्क दिया था और टास्क पूरा हो जाने पर जब पैसे देने की बारी आई तो आकाश ने उसका फोन उठाना बंद कर दिया था। इसी वजह से उसने उसकी हत्या की प्लानिंग की।
पीड़ित परिवार का रिश्तेदार है आरोपी
इससे पहले मृतक आकाश के भाई और ऋषभ के पिता योगेश ने बताया था कि हमलावर हमारा रिश्तेदार ही है। मास्टरमाइंड मेरा ही भतीजा लगता है। वह मेरे ताऊ के बेटे का बेटा है। वह आया उसने मेरे भाई के पैर छूए और फिर उसको मरवा दिया।मेरे बेटे ने अपने चाचा के हमलावरों को पकड़ना चाहा तो उसे भी मार दिया। योगेश ने ये भी दावा किया था कि आरोपी नाबालिग ने ही आकाश से पैसे उधार लिए थे जिन्हें वापस मांगने पर उसने आकाश ही हत्या की साजिश रची।