Nand Kumar Sai: Whatever circumstances have presented themselves before me...? Senior tribal leader Nand Kumar Sai resigned by writing this in the letter...seeNand Kumar Sai
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रायपुर, 20 दिसंबर। Nand Kumar Sai : वरिष्ठ आदिवासी नेता नंद कुमार साय ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। इसी साल नंद कुमार साय ने बीजेपी से इस्तीफा देकर कांग्रेस ज्वाइन किया था। अब इन्होंने कांग्रेस का भी साथ छोड़ दिया है। कांग्रेस सरकार में नंद कुमार साय को छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया था। हालांकि उन्होंने कांग्रेस छोड़ने की कोई ठोस वजह नहीं बताई। अलबत्ता उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि, मेरे सामने यथकिंचित जो परिस्थितियां उपस्थित हुई है, उसे देखकर मैं कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहा हूं।

मालूम हो कि नंद कुमार साय ने विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका दिया था। साय ने अप्रैल में बीजेपी छोड़ी थी। उनकी इस घोषणा के बाद बीजेपी में हड़कंप मच गया था। उन्होंने बीजेपी पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए अपनी सदस्यता से इस्तीफा दिया था। बीजेपी छोड़ने के बाद उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ले ली थी।

नौकरी के बजाय राजनीति को चुना

नंदकुमार साय का जन्म एक जनवरी 1946 को छत्तीसगढ़ के वर्तमान जशपुर जिले के भगोरा गांव में हुआ। उनके जन्म के समय यह गांव रायगढ़ जिले में आता था। उनके पिता का नाम लिखन साय और माता का नाम रूपिनी देवी है। उन्होंने पंडित रविशंकर यूनिवर्सिटी से संबद्ध एनईएस कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की। यह कॉलेज जशपुर नगर में स्थित है। नंदकुमार साय कृषक परिवार में पैदा हुए हैं। उन्होंने खेती भी की है। वे एनईएस कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष भी रहे हैं।

उनका चयन नायब तहसीलदार की नौकरी के लिए हुआ था, लेकिन उन्होंने नौकरी के बजाय राजनीति को चुना। वे तीन बार विधायक, तीन बार लोकसभा के सांसद और दो बार राज्यसभा के सांसद रहे। अविभाजित मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के भाजपा अध्यक्ष रहे। छत्तीसगढ़ के पहले नेता प्रतिपक्ष रहे। साथ ही, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष भी रहे। उन्हें केंद्रीय मंत्री का दर्जा था।

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