बीजापुर/सतीश अल्लूर, 01 दिसंबर। Narayanpur Naxal : वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में बीजापुर DRG और BDS पुलिस की संयुक्त टीम माओवादी विरोधी अभियान पर गोरना, मनकेली, इशुलनार की ओर रवाना हुई थी।
इससे सर्चिंग के दौरान सुरक्षा बलों ने नारायणपुर-कुतुल मुख्य मार्ग पर 5 किलो से अधिक वजन वाले 3 आईईडी को खोजकर सुरक्षात्मक मानकों का पालन करते हुए बरामद तीनों आईईडी को निष्क्रिय किया गया, जिससे स्थानीय आदिवासी ग्रामीणों सहित सुरक्षा बल जवानों की मौत हो सकती थी या वे गंभीर रूप से घायल हो सकते थे।
टीम की सुझबुझ से बची ग्रामीणों कि जान
थोड़ा आगे जाकर सड़क पर ही माओवादियों ने 10 किलो का IED लगा रखा था। यह पहली बार है कि माओवादियों ने आईईडी के साथ जिंदा एचई बम भी लगाया था, जो काफी शक्तिशाली था। डीआरजी बीजापुर और बीडीएस बीजापुर की टीम ने माओवादियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करते हुए बड़ी सूझबूझ, सावधानी और सतर्कता से मौके से 04 IED को सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय कर नष्ट कर दिया।
माओवादियों ने फुटपाथों और कच्ची सड़कों पर आईईडी लगाए थे। आईईडी को प्रेशर स्विच सिस्टम का इस्तेमाल करके लगाया गया था। नक्सलियों द्वारा लगाये गये आईईडी से कई निर्दोष ग्रामीण मारे गये या गंभीर रूप से घायल हो गये। लेकिन सुरक्षा बलों की सजगता और सतर्कता से कुतुल मुख्य मार्ग पर प्लांट आईईडी को बरामद कर निष्क्रिय किया गया। इस कार्यवाही में डीआरजी एवं बीडीएस टीम की विशेष भूमिका रही है।
इससे पहले भी बरामद किए गए थे IED
बता दें कि इससे पहले वर्ष 2024 में माओवादियों द्वारा लगाये गये आईईडी से 20 से अधिक निर्दाेष ग्रामीण मारे गये या गंभीर रूप से घायल हो गये। उक्त आईईडी को माओवादियों द्वारा निश्चित ही आदिवासी ग्रामीणों एवं सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के नीयत से लगाया गया था। सुरक्षा बलों की सजगता और सतर्कता से आईईडी को बरामद कर निष्क्रिय किया गया। उक्त कार्यवाही में डीआरजी एवं बीडीएस टीम (Narayanpur Naxal) की विशेष भूमिका रही है।