Narottam Mishra: After the defeat, Narottam Mishra's poetic style… Coming at the door of the train, he said – My defeat is more discussed than your victory… Listen to VIDEONarottam Mishra
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दतिया, 05 दिसंबर। MP Election : मध्य प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत हुई लेकिन कुछ कद्दावर नेताओं को केवल निराशा ही हाथ लगी। सूबे के गृहमंत्री अपना 15 साल पुराना गढ़ दतिया को बचाने में नाकाम रहे। वो यहां से 2008 से विधायक निर्वाचित होते रहे थे लेकिन इस बार उन्हें राजेंद्र भारती के सामने शिकस्त का मिली। हार के बाद दतिया से भोपाल रवाना होते समय गृहमंत्री ने स्टेशन पर कार्यकर्ताओं को शायराना अंदाज में संबोधित किया। इससे पहले सोमवार दोपहर में नरोत्तम मिश्र ने कविता सुनाकर कहा था कि मैं वादा करता हूं जल्दी लौटूंगा।

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने स्टेशन पर कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए शायराना अंदाज में कहा,”अपनी जीत पर इतना गुमान मत कर, तेरी जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं।”

सोमवार को दतिया पहुंचे नरोत्तम मिश्र ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था,” क्या हार में क्या जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं।” आगे बात जोड़ते हुए उन्होंने कहा था कि समुन्दर की लहर पीछे हट जाए तो किनारे पर घर मत बना लेना, मैं लौटकर वापस जरूर आऊंगा।

गौरतलब हो सूबे में भाजपा की प्रचंड लहर के बावजूद शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट के कई मंत्रियों को मुंह की खानी पड़ी है। प्रदेश में चुनाव लड़ रहे केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते भी हार गए हैं। इस लहर के बावजूद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र राजेंद्र भारती से 7742 वोटों से हार गए हैं। कांग्रेस ने इस सीट पर प्रत्याशी बदला था और इसका उन्हें फायदा भी मिला है।

मध्य प्रदेश की 230 सीटों वाली विधानसभा चुनाव (MP Election) में भाजपा ने 163 सीटें जीती हैं। प्रमुख प्रतिद्वंदी कांग्रेस महज 66 सीटों पर सिमट कर रह गई। वहीं एक सीट अन्य के खाते में गई है। सूबे में एक चरण में 17 नवंबर को चुनाव हुआ था और 3 दिसंबर को नतीजे आए हैं।