बलरामपुर, 24 अप्रैल। Naxalite Surrender : लोकसभा चुनाव के पहले 18 माओवादियों ने सुरक्षाकर्मियों के सामने आत्म समर्पण कर दिया है। बुधवार को DSP उन्नति ठाकुर ने बताया कि माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। उन्होंने लोन वर्राटू यानि घर वापस आईयेअभियान से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है।
सरकार और पुलिस लगातार वीडियो संदेश जारी कर नक्सलियों से आत्मसमर्पण करने की अपील कर रही थी, जिसका धीरे-धीरे ही सही लेकिन व्यापक असर देखने को मिल रहा है। माओवादियों का मनोबल कमजोर होता नजर आ रहा है और वे आत्मसमर्पण की ओर बढ़ते नजर आ रहे हैं। समर्पित नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर लोकतंत्र और संविधान में आस्था व्यक्त की। ये सभी नक्सली बंद के दौरान सड़क खोदने, पेड़ काटने और बैनर पोस्टर लगाने की घटनाओं में शामिल थे।
आत्मसमर्पित नक्सली भैरमगढ़ और मलांगेर एरिया कमेटी में सक्रिय थे। उनके आत्मसमर्पण में DRG और CRPF के 111वीं वाहिनी का विशेष योगदान रहा। आपको बता दें कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 177 इनामी माओवादियों समेत कुल 738 माओवादी आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं।
गौरतलब है कि, 16 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों और माओवादियों (Naxalite Surrender) के बीच मुठभेड़ हुई थी। जिसमें 29 माओवादी मारे गए थे, और सभी नक्सलियों पर 1 करोड़ 78 लाख का इनाम घोषित था। मारे गए नक्सलियों के पास से 7 लाख 55 हजार के हथियार भी बरामद किये गए हैं।