बस्तर, 14 मई। Naxalites Surrender : सरकार की तरफ से लगातार शांति वार्ता में शामिल होने और उनसे आत्मसमर्पण की अपील की जा रही है।
सरकार और पुलिस की तरफ से नक्सल संगठनों पर बढ़ते दबाव का ही यह असर हैं कि माओवादी कैडर के नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं।
नक्सलियों के घर वापसी यानी समाज से मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सरकार की तरफ से चलाये जा रहे अभियान लोन वर्राटू के तहत बड़ी कामयाबी हाथ लगी हैं। बताया जा रहा हैं कि बीजापुर में करीब 30 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया हैं। सभी नक्सली पीडिया इलाके में सक्रिय थे।
नक्सलियों ने एसपी, सीआरपीएफ और डीआईजी जैसे वरिष्ठ पुलिस अफसरों के सामने नक्सलवाद का रास्ता छोड़ने और समाज के मुख्यधारा से जुड़ने अपर अपनी सहमति जताई हैं। पुलिस के मुताबिक़ सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को सरकार के आत्मसमर्पण नीति के तहत सुविधाएँ मुहैय्या कराई जाएँगी।
बता दें कि प्रदेश में सरकार बदलते ही नक्सल अभियान में काफी तेजी देखने को मिली हैं। बात करे 2024 की ही तो चार साढ़े चार महीनो के भीतर ही सुरक्षबलों ने बस्तर के जंगलों मे करीब 50 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराने में कामयाबी पाई हैं। सरकार की तरफ से लगातार शांति वार्ता में शामिल होने और उनसे आत्मसमर्पण की अपील की जा रही है। सरकार और पुलिस की तरफ से नक्सल संगठनों पर बढ़ते दबाव का ही यह असर हैं कि माओवादी कैडर के नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं।