वॉशिंगटन, 23 दिसंबर। New York एक बेहद भयानक घटना से दहल गया है। यहां सबवे में रविवार को एक सोती हुई महिला को कोनी आइलैंड-स्टिलवेल एवेन्यू स्टेशन पर एक ट्रेन के अंदर आग के हवाले कर दिया गया। इस हमले को NYPD कमिश्नर जेसिका टीश ने सबसे विकृत अपराधों में से एक करार दिया, जिसने पीड़िता की जान ले ली और बाकी यात्रियों को दहशत में डाल दिया। घटना सुबह साढ़े सात बजे की है। ट्रेन स्टेशन पर खड़ी थी। तभी एक व्यक्ति पीड़िता के पास पहुंचा जो ट्रेन के डिब्बे के अंत में शांतिपूर्वक बैठी थी।
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक उस व्यक्ति ने पीड़िता के कपड़ों में आग लगाने के लिए लाइटर का इस्तेमाल किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीश ने कहा, ‘हमलावर ने बड़े ही शांत तरीके से पीड़िता के पास जाकर उसके कपड़ों में आग लगा दी, जो कुछ ही सेकंड में पूरी तरह जलने लगी।’
गश्त कर रहे अधिकारियों ने धुआं और आग देखकर महिला को जलती हुई अवस्था में पाया। हालांकि उन्होंने तुरंत आग बुझाई, लेकिन महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस घटना का भयानक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें हमलावर महिला को जलते हुए देख रहा था।
हमलावर अवैध तरीके से आया अमेरिका
हमलावर घटना स्थल से भाग निकला। लेकिन सतर्क नागरिकों और अधिकारियों की सूझबूझ से उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया गया। रिपोर्ट के अनुसार वह दूसरी ट्रेन में यात्रा करते हुए पकड़ा गया और उसने घटना के दौरान पहना हुआ ग्रे हुडी और पैंट पहन रखी थी। टीश ने जनता की तारीफ करते हुए कहा, ‘मैं उन युवाओं को धन्यवाद करना चाहती हूं, जिन्होंने पुलिस को फोन किया। उन्होंने कुछ देखा, कुछ कहा और कुछ किया।’
उस व्यक्ति की पहचान ग्वाटेमाला के एक प्रवासी के रूप में हुई है जो 2018 में एरिजोना के जरिए अमेरिका में अवैध तरीके से दाखिल हुआ था। पुलिस ने पुष्टि की कि हमलावर पीड़िता को नहीं जानता था और न ही न्यूयॉर्क सिटी में उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड है।
घटना से भड़के एलन मस्क
इस क्रूर हमले से टेस्ला और एक्स के मालिक एलन मस्क भड़क गए हैं। उन्होंने अपनी नाराजगी जताते हुए लिखा, ‘बहुत हो चुका।’ उनका यह बयान सीधे तौर पर अवैध रूप से आए अप्रवासियों को लेकर है। महिला के शव को दोपहर करीब 1 बजे ट्रेन से निकाला गया। एक कर्मचारी ने कहा, ‘ऐसा लग रहा था कि उसके सभी कपड़े जल चुके थे।’ एक अन्य यात्री एलेक्स गुरेव ने अफसोस जताते हुए कहा, ‘यह डरावना है। सब कहते हैं कि शहर फिर से सत्तर के दशक जैसा हो रहा है। यहां चोरी, हत्या, झगड़े और गोलीबारी की घटनाएं बढ़ रही हैं।’