रायपुर, 14 फरवरी। OBC Face : छत्तीसगढ़ के भीतर कांग्रेस संगठन में जल्द ही बड़े बदलाव होने के संकेत मिल रहे हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन में फेरबदल किया जाएगा और ओबीसी चेहरे को संगठन में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। इस संदर्भ में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को AICC का महासचिव बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। भूपेश बघेल इस समय दिल्ली में हैं और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर रहे हैं।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल को संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका मिलने की चर्चा तेज हो गई है। इसके साथ ही, प्रदेश अध्यक्ष के पद पर पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव का नाम भी सामने आ रहा है। सूत्रों के अनुसार, भूपेश बघेल को महासचिव बनाए जाने के बाद टीएस सिंहदेव को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपे जाने की संभावना है।
दिल्ली पहुंचे भूपेश बघेल भूपेश बघेल गुरुवार सुबह दिल्ली रवाना हो गए हैं, जहां वे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में कांग्रेस के संगठन में होने वाले संभावित बदलावों पर चर्चा की जा सकती है।
कांग्रेस नेता चरणदास महंत ने हाल ही में कहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव टीएस सिंहदेव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, और पार्टी अब एकजुट है, जिससे अगले चुनावों में कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना जताई जा रही है। कांग्रेस के अंदर खींचतान को खत्म करने और पार्टी की एकता को बनाए रखने के लिए यह बदलाव किए जाने की संभावना है। विधानसभा चुनावों के बाद लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की स्थिति छत्तीसगढ़ में ठीक नहीं रही, जिसके कारण प्रदेश संगठन में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में समीकरण साधने की तैयारी
दरअसल, राजनीतिक जानकार मानते हैं कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस में वैसे तो कई प्रभावी नेता हैं, लेकिन भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव दो बड़े छत्रप माने जाते हैं, जिनका अपना छत्तीसगढ़ में अलग प्रभाव है। खास बात यह है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत के बाद दोनों नेताओं के बीच कई बार मनमुटाव की खबरें भी आई थी. 2023 के चुनाव के आखिरी कुछ महीनों में टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बना दिया गया था, लेकिन पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में कांग्रेस पार्टी दोनों नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी देकर खींचतान को खत्म करके एकता लाने की तैयारी में है।