इंदौर, 13 जून। Operation Honeymoon : इंदौर के ट्रांसपोर्टर राजा रघुवंशी की 23 मई को मेघालय के चेरापूंजी स्थित वेई सावडोंग झरने के पास हत्या कर दी गई थी। उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी और उसके प्रेमी राज कुशवाहा ने मिलकर इस हत्या की साजिश रची थी। पुलिस के अनुसार, यह हत्या का चौथा प्रयास था, जो सफल हुआ।
पहली कोशिश रही असफल
पुलिस के अनुसार, राजा को मारने की पहली कोशिश कामाख्या में की गई थी जो असफल रही। इसके बाद गुवाहाटी, नोंग्रियात और मावलाख्यात के बीच दो और कोशिशें की गईं जो भी असफल रहीं। अंततः, 23 मई को वेई सावडोंग झरने के पास राजा की हत्या कर दी गई। मेघालय पुलिस ने पांचों आरोपियों से पहले दिन की पूछताछ के बाद यही दावा किया है। एसपी विवेक स्येम का कहना है कि सोनम का कथित प्रेमी राज कुशवाह मास्टरमाइंड है और सोनम इसमें बराबरी की पार्टनर है। राजा और सोनम की शादी के 11 दिन पहले ही राज ने इस हत्याकांड का प्लान तैयार कर लिया था।
पुलिस का ये भी कहना है कि सोनम का नेपाल नहीं बल्कि सिलिगुड़ी जाने का प्लान था। वह खुद को एक पीड़ित के तौर पर पेश करना चाहती थी। उसने अपने बचाव के लिए कहानी भी तैयार कर ली थी, लेकिन पुलिस का प्रेशर बढ़ा तो वह गाजीपुर के ढाबे पर पहुंच गई। एसपी विवेक स्येम ने बताया कि सोनम 26 मई से गाजीपुर पहुंचने के पहले तक इंदौर में ही रही। राज कुशवाह ने इंदौर में सोनम के लिए किराए के कमरे का बंदोबस्त किया था। सोनम वहीं रह रही थी, लेकिन 7 जून को राज ने सोनम को फोन पर बताया कि पुलिस आकाश तक पहुंच गई है। तब सोनम इंदौर से रवाना हुई। सोनम सिलीगुड़ी जाकर खुद को पीड़ित के तौर पर पेश करना चाहती थी। पुलिस का प्रेशर बढ़ा तो वह गाजीपुर में एक ढाबे पर ठहर गई।
सुपारी देकर हत्या करवाने की थ्योरी गलत
एसपी ने ये भी साफ किया कि सुपारी देकर हत्या करवाने की थ्योरी गलत साबित हुई है। ये पता लगा है कि विशाल चौहान, आनंद और आकाश, राज के दोस्त हैं। इसमें एक राज का करीबी रिश्तेदार है। पूछताछ और जांच में ये पता चला है कि राज को उसकी प्रेमिका तक पहुंचाने के लिए ही ये सभी दोस्त सोनम के पति को मौत के घाट उतारने के लिए तैयार हुए थे।
ये भी पता चला है कि सोनम ने विशाल, आकाश और आनंद को खर्च के लिए 15 हजार रुपए दिए थे, लेकिन ये पैसे हत्या की सुपारी के लिए नहीं थे। ये रुपए उन्हें बतौर खर्चा दिए गए थे। 23 मई को राजा की हत्या के बाद गुवाहाटी, सिलिगुड़ी, पटना से लखनऊ होकर इंदौर पहुंची सोनम 7 जून तक इंदौर में ही राज के दिलाए किराए के कमरे रहती रही। 2 जून को जब राजा रघुवंशी की लाश मिली, उस दिन सोनम इंदौर में ही थी। सोनम सोशल मीडिया के माध्यम से अपने सर्च ऑपरेशन की भी पूरी खबर रख रही थी।
यही वजह थी कि जब सोनम का भाई गोविंद सर्च ऑपरेशन (Operation Honeymoon) के लिए पुलिस से गुहार लगा रहा था, तब सोनम एक बार फिर सिलिगुड़ी जाने का प्लान करने लगी। वह ऐसा इसलिए कर रही थी कि क्योंकि भाई गोविंद का संदेह था कि राजा की हत्या के बाद तस्कर सोनम को बांग्लादेश ले गए होंगे। सोनम अपने भाई के संदेह को सही साबित करने के लिए गाजीपुर से 600 किमी दूर सिलिगुड़ी जाकर नई कहानी रचने वाली थी।
एक महीने पहले से इंदौर में लिया था किराए पर फ्लैट
पुलिस की पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सोनम वापस इंदौर आई और 14 दिनों तक किराए के एक फ्लैट में छिपकर रही। सोनम को मालूम था कि राजा की हत्या के बाद उसे लंबे वक्त तक अंडरग्राउंड रहना पड़ेगा। इसीलिए, एक महीने पहले ही उसने इंदौर में यह फ्लैट किराए पर ले लिया था।
9 लाख रुपये कैश लेकर गई थी सोनम
पुलिस का कहना है कि राजा की हत्या की साजिश सोनम और राज ने मिलकर शादी से 11 दिन पहले ही तैयार कर ली थी। राजा की हत्या से लेकर, इंदौर में छिपने और इसके बाद लूट की फर्जी कहानी सुनाने तक, सोनम का प्लान पूरी तरह से मजबूत था। छिपने के दौरान ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से बचने के लिए वह अपने साथ 9 लाख रुपये लेकर गई थी।