नई दिल्ली/श्रीनगर, 24 अप्रैल। Pahalgam Terrorists Scatch : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश भर में सुरक्षा एजेंसियों ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। इस हमले में निर्दोष नागरिकों की मौत और घायलों की बढ़ती संख्या के बीच अब सुरक्षाबल हर संभावित सुराग पर काम कर रहे हैं।
हमले के 24 घंटे के भीतर, सुरक्षा बलों ने चार संदिग्ध आतंकियों की तस्वीरें सार्वजनिक की हैं। जिन आतंकियों की पहचान की गई है, उनमें आसिफ फौजी, सुलेमान साह, और अबू तल्हा के नाम सामने आए हैं। इनके अलावा एक और आतंकी की तस्वीर तो सामने आई है लेकिन उसकी पहचान अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है।
जंगल में छिपे है आतंकी
जारी की गई तस्वीरों में कम से कम एक आतंकी को एके-47 राइफल लिए देखा जा सकता है, जिससे हमले की तैयारी और उनकी मंशा दोनों ही साफ झलकते हैं। पर्यटकों पर चुन-चुनकर गोलियां बरसाने के बाद आतंकी जंगल में छिप गए हैं। सुरक्षाबल आतंकियों को पकड़ने के लिए सघन तलाशी अभियान चल रहा है।
स्केच को वास्तविक तस्वीरों से मिलान

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) इस केस में सक्रिय भूमिका निभा रही है और जारी स्केच को वास्तविक तस्वीरों से मिलाने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है। साथ ही, विभिन्न राज्यों की पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा गया है, जिससे संदिग्धों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।
सुरक्षा एजेंसियों ने आम जनता से भी सहयोग की अपील की है। अगर किसी को इन स्केच या तस्वीरों से मिलते-जुलते व्यक्ति की जानकारी हो, तो वह तुरंत स्थानीय पुलिस या NIA को सूचना दे सकता है।
हमले के बाद से घाटी में सुरक्षा सख्त है, और सभी संवेदनशील स्थानों पर गश्त बढ़ा दी गई है। स्थानीय प्रशासन ने पहलगाम और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए अतिरिक्त बलों की तैनाती के निर्देश भी जारी किए हैं।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। अब तक की जांच के अनुसार, इस हमले की साजिश लंबे समय से रची जा रही थी और आतंकियों का भारतीय सीमा में दाखिल होना पहले से सुनियोजित था।
सूत्रों के मुताबिक, 5 से 6 विदेशी आतंकवादियों का एक समूह लगभग 14 दिन पहले भारत में दाखिल हुआ था। इस ग्रुप ने सीमा पार करने के बाद राजौरी सेक्टर से होते हुए वधावन के रास्ते पहलगाम तक का सफर तय किया। इस दौरान आतंकी किसी के शक में न आएं, इसके लिए उन्होंने बेहद सावधानी से यात्रा की।
आतंकी पीठ पर टांगे हुए थे बैग
बताया जा रहा है कि आतंकी पीठ पर बैग टांगे हुए थे, जिनमें सूखे मेवे, दवाइयां, और संचार उपकरण मौजूद थे—जिनसे अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि वे लंबे समय तक जंगलों में छिपे रहने और ऑपरेशन को अंजाम देने की तैयारी के साथ आए थे।
जैसे ही हमला करने की पूरी योजना और परिस्थिति तैयार हुई, आतंकियों ने मौका देखकर हमला किया, जिसमें अब तक 28 निर्दोष नागरिकों की मौत और कई के घायल होने की खबर है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस पूरे रूट की पुष्टि के लिए CCTV फुटेज, खुफिया इनपुट और मोबाइल लोकेशनों की जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा बलों ने राजौरी से लेकर वधावन और पहलगाम तक कई जगहों पर कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाना शुरू कर दिया है। इस हमले के बाद भारत की सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है, और पूरे जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट जारी है।
