Para Jump Instructor : 'Demo Drop' training exercise...! The officer 'jumped' from the helicopter...unfortunately the 'parachute' did not open... fell straight down from the height...painful deathPara Jump Instructor
Spread the love

आगरा, 06 अप्रैल। Para Jump Instructor : भारतीय वायुसेना को चार दिनों में दूसरा बड़ा नुकसान हुआ है। शनिवार को आगरा में प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान पैरा जंप प्रशिक्षक की चोट लगने से मौत हो गई।

वहीं बुधवार को गुजरात के जामनगर में प्रशिक्षण उड़ान के दौरान विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से जगुआर लड़ाकू विमान के पायलट की मौत हो गई थी। वायु सेना ने कहा कि पैरा जंप प्रशिक्षक आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम के सदस्‍य थे। ‘डेमो ड्रॉप’ के दौरान लगी चोटों के कारण उनकी मौत हो गई। ‘डेमो ड्रॉप ‘प्रशिक्षण अभ्यास के लिए एक तकनीकी शब्द है।

भारतीय वायुसेना ने एक्‍स पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा, “भारतीय वायुसेना की आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम के एक पैरा जंप प्रशिक्षक का आगरा में डेमो ड्रॉप के दौरान लगी चोटों के कारण निधन हो गया। भारतीय वायुसेना इस क्षति पर गहरा शोक व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करती है तथा दुख की इस घड़ी में उनके साथ मजबूती से खड़ी है।”

हेलीकॉप्‍टर से जंप के दौरान हुआ हादसा

पुलिस ने बताया कि भारतीय वायु सेना के वारंट अधिकारी रामकुमार तिवारी की शनिवार को मौत हो गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, वारंट ऑफिसर के पद पर तैनात रामकुमार तिवारी ने शनिवार सुबह करीब 09:30 बजे हेलीकॉप्टर से जंप किया और जंप के बाद पैराशूट में तकनीकी खराबी आ गयी और इस खामी की वजह से रामकुमार तिवारी सीधे जमीन पर गिर पड़े। उन्होंने बताया कि वायु सेना के जवानों ने घायल हालत में तिवारी को सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। 

सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) विनायक भोसले ने बताया , ‘दोपहर में करीब 12 बजे सैन्य अस्पताल से निधन की जानकारी मिली। थाना सदर पुलिस ने पंचायत नामा भर कर शव का पोस्टमॉर्टम कराया है।”

सपा प्रमुख ने हादसे को बताया बेहद दुखदायी

वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने “एक्स” पर एक पोस्ट में कहा “पहले गुजरात के जामनगर में एक फाइटर जेट के क्रैश होने से एक फ्लाइट लेफ्टिनेंट की मृत्यु और अब आगरा में पैराशूट न खुलने से एक वायु सेना के अफ़सर की मृत्यु का समाचार बेहद दुखदायी है।”

उन्होंने कहा, “सुरक्षा से समझौता प्राणघातक साबित होता है। इन मामलों में हर स्तर पर गुणवत्ता की गहन-गंभीर जांच हो, जिससे भविष्य में ऐसे दुर्घटनाओं का दोहराव न हो.  श्रद्धाजंलि!”