बिलासपुर, 27 जून। Patwari Committed Suicide : बिलासपुर जिले में एक निलंबित पटवारी सुरेश मिश्रा ने आत्महत्या कर ली है। उनका शव उनकी बहन के फार्महाउस में फंदे से लटका मिला है। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें सुरेश मिश्रा ने खुद को निर्दोष बताया है और भ्रष्टाचार के आरोपों को षड्यंत्र करार दिया है.
मामले की पृष्ठभूमि
- सुरेश मिश्रा तखतपुर तहसील के राजस्व विभाग में पटवारी थे और भाड़म पंचायत का प्रभार संभाल रहे थे।
- उन्हें भारतमाला परियोजना में भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया गया था।
- उनके और पूर्व तहसीलदार डीके उइके के खिलाफ तोरवा थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी।
आरोप और जांच
- भारतमाला प्रोजेक्ट के लिए भू-अर्जन और मुआवजा प्रकरण बनाने में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी।
- एसडीएम और जिला स्तरीय समिति की जांच में सुरेश मिश्रा और डीएस उइके की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी।
- दोनों के खिलाफ तोरवा थाने में धारा 420, 34, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
आत्महत्या की वजह
- सुरेश मिश्रा के सुसाइड नोट में कहा गया है कि उन्हें जानबूझकर फंसाया गया है और उनका इस केस में कोई लेना-देना नहीं था।
- परिजनों और पुलिस का कहना है कि निलंबन (Patwari Committed Suicide) और एफआईआर के बाद से सुरेश मिश्रा काफी परेशान थे।