रायपुर, 04 अगस्त। PM Modi : दमदार आईएएस अधिकारी अमित कटारिया की छत्तीसगढ़ में वापसी हो गई है। वह अभी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे। हालांकि वापसी के बाद उन्हें कोई विभाग नहीं मिला है।
अमित कटारिया छत्तीसगढ़ में चर्चित आईएएस अधिकारी रहे हैं। रमन सिंह की सरकार के दौरान वह काला चश्मा पहनकर पीएम नरेंद्र मोदी के सामने चले गए थे। यह उनके करियर का एक बड़ा विवाद था। इसे लेकर उन्हें नोटिस थमाया गया था। इसके साथ ही शुरुआती दिनों में वह नौकरी के दौरान महज एक रुपए की सैलरी लेते थे।
प्रोटोकॉल के खिलाफ माना
साल 2015 के मई माह में बस्तर दौरे पर PM नरेंद्र मोदी आए। तब डॉ रमन सिंह CM थे। बस्तर के कलेक्टर अमित कटारिया थे। एयरपोर्ट पर PM का स्वागत किया गया। PM मोदी विशेष विमान से जगदलपुर पहुंचे तो मुख्यमंत्री के साथ कटारिया ने उनका स्वागत किया और हाथ मिलाया। कलेक्टर ने उस वक्त नीली शर्ट पहनी थी और एक खास ब्रांड का महंगा काला चश्मा लगाए हुए थे, जिसमें ज्यादातर अफसर आमतौर से नजर आते हैं।
यहां से पीएम हेलीकॉप्टर से दंतेवाड़ा गए। वहां कलेक्टर देवसेनापति ने उनकी अगवानी की, तब वे भी ऐसी ही शर्ट और चश्मे में थे। ऐसे पहनावे को राज्य शासन ने सर्विस रूल्स और प्रोटोकॉल के खिलाफ माना। सामान्य प्रशासन विभाग ने दोनों कलेक्टरों को नोटिस जारी करते हुए चेतावनी भी दी कि भविष्य में ऐसा नहीं होना चाहिए।
तब CM रहे डॉ रमन सिंह ने कहा था- प्रधानमंत्री के दौरों में अफसरों को निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। नए कलेक्टर हैं, इसलिए समझाना जरूरी था। कटारिया का चश्मा लगाकर PM से मिलना, PM के बस्तर दौरे से बड़ा राष्ट्रीय समाचार बन चुका था।
बीजेपी नेता को कहा था ‘गेट आउट’
छत्तीसगढ़ में पोस्टिंग के दौरान कटारिया के विवादों की लंबी लिस्ट है। 2011 में जब वह रायगढ़ कलेक्टर थे, तब बीजेपी नेता रोशनलाल अग्रवाल को अपने ऑफिस से गेट आउट कहकर भगा दिया था। वह अतिक्रमण के मुद्दे पर कलेक्टर से मिलने गए थे। 2009 में नगर निगम कमिश्नर रहने के दौरान भी उनका बीजेपी नेता और तत्कालीन मेयर से विवाद हो गया था। अमित कटारिया शहर के मेयर और भाजपा नेता सुनील सोनी से भिड़ गए थे। निगम की ही एक बैठक में दोनों के बीच बहस हो गई थी।
IIT दिल्ली से की है पढ़ाई
वहीं, आईएएस अमित कटारिया ने आईआईटी दिल्ली से इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं। कटारिया को कई नामी कंपनियों से लाखों के पैकेज पर नौकरी के ऑफर मिले थे। लेकिन उन्होंने आईएएस बनने का सपना चुना। कटारिया के परिवार का दिल्ली और आसपास रियल स्टेट का कारोबार है। शॉपिंग मॉल और कई कॉम्प्लेक्स भी है। अमित की पत्नी प्रोफेशनल पायलट हैं।
आईएएस अधिकारी अमित कटारिया की पत्नी पेशे से प्रोफेशनल पायलट है। उनका नाम स्मिता है। साथ ही वह अच्छी धावक भी हैं। आईएएस अफसर अमित कटारिया अपनी पत्नी के साथ सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर करते रहते हैं।
गौरतलब है कि अमित कटारिया उन पांच अफसरों में शामिल (PM Modi) हैं जो प्रतिनियुक्ति पूरी होने के बाद वापस छत्तीसगढ़ लौटे हैं। इससे पहले एसीएस रिचा शर्मा, प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा, सचिव अविनाश चंपावत, और रितु सेन भी राज्य वापस आ चुके हैं।