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मऊंगज, 16 मार्च। Police Attack : मध्य प्रदेश के मऊंगज में एक आदिवासी युवक को बचाने की गई पुलिस टीम को जानलेवा हमले का सामना करना पड़ा है। इस हमले में ASI राम गोविंद गौतम की तो मौके पर ही मौत हो गई, वहीं दूसरे अधिकरी संदीप भारती गंभीर रूप से चोटिल हैं।

उनके अलावा हनुमना तहसीलदार कुमारे लाल पनका के भी हाथ-पैर टूटे हैं। दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में कुल 8 पुलिसकर्मी घायल बताए गए हैं। अब मध्य प्रदेश से बिहार में भी लगातार पुलिस पर हमले हुए हैं।

आखिर क्यों हुआ पुलिस टीम पर हमला?

असल में यह पूरा विवाद दो महीने पुराना है जिसमें आदिवासी युवक अशोक कुमार की मौत हो गई थी। अब जांच में तो पाया गया कि हादसे में जान गई है, लेकिन परिवार वालों के मुताबिक सनी द्विवेदी नाम के लड़के ने हत्या की। इसी वजह से शनिवार को शाम करीब चार बजे सनी को इस आदिवासी परिवार ने बंधक बना लिया, जमकर उसकी पिटाई की, उसी वजह से उसकी जान चली गई।

अब उस युवक बचाने के लिए ही टीआई की टुकड़ी मौके पर गई थी, साथ में पुलिस बल भी था। लेकिन गांव वालों के सामने पुलिस की एक नहीं चली और ASI को अपनी जान से ही हाथ धोना पड़ा।

मऊगंज में कैसे हैं हालात?

बड़ी बात यह रही कि एसडीओपी अंकिता शूल्या और एसआई आरती वर्मा को खुद को बचाने के लिए गांव के ही एक घर में छिपना पड़ा। बाद में पुलिस की ही दूसरी टीम ने उनका रेस्क्यू किया और सनी द्विवेदी का शव भी बाहर लाया गया।

युवक को बचाने गए टीआई समेत पुलिस टीम पर हमला किया गया। अभी के लिए पूरे गांव में धारा 163 लगा दी गई है, पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में भी लिया है। हालात को नियंत्रण में करने के लिए रीवा से भी अतिरिक्त बल बुला लिया गया है। सतना जिले को भी इमरजेंसी मोड पर रहने के लिए कहा गया है, यानी कि जमीन पर काफी तनाव है।