प्रयागराज, 04 फरवरी। Prayagraj Maha Kumbh : महाकुंभ को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रामक और झूठी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ यूपी पुलिस एक्शन ले रही है। इस कड़ी में बांदा के पूर्व विधायक बृजेश कुमार प्रजापति के बाद अब आधा दर्जन से अधिक एक्स और इंस्टाग्राम अकाउंट पर कार्रवाई की गई है। आरोप है कि इन लोगों ने नेपाल की घटना से संबंधित एक वीडियो को महाकुंभ का बताकर अफवाह फैलाई थी।
दरअसल, हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें दावा किया गया कि महाकुंभ में भगदड़ के दौरान एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई और उनके परिजन शवों को कंधे पर ढोकर ले जा रहे हैं। हालांकि, यूपी पुलिस के फैक्ट चेक में यह दावा पूरी तरह फर्जी निकला।
7 ‘एक्स’ और 1 इंस्टाग्राम पर FIR दर्ज
प्रयागराज की कुंभ मेला पुलिस ने स्पष्ट किया कि वायरल वीडियो नेपाल की एक पुरानी घटना से संबंधित है, जिसका महाकुंभ से कोई संबंध नहीं है। पुलिस ने इसे गलत तरीके से महाकुंभ से जोड़ने को अफवाह फैलाने की कोशिश बताया। अब महाकुंभ को लेकर झूठी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस ने सख्त कदम उठाते हुए 7 ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट और एक इंस्टाग्राम अकाउंट के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
एसएसपी (कुंभ) राजेश द्विवेदी ने बताया- सोशल मीडिया पर महाकुंभ को लेकर गलत सूचनाएं फैलाने वाले 7 एक्स अकाउंट और एक इंस्टाग्राम अकाउंट के खिलाफ कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। ऐसे किसी भी भ्रामक प्रचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फिलहाल, कुंभ मेला पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से पोस्ट कर जनता से अपील की है कि किसी भी वीडियो या खबर को बिना जांचे-परखे शेयर न करें। पुलिस का कहना है कि इस तरह की अफवाहें न केवल समाज में दहशत फैलाती हैं, बल्कि बड़े धार्मिक आयोजनों की व्यवस्था पर भी सवाल उठाती हैं।
ये 7 सोशल मीडिया अकाउंट चिन्हित
बता दें कि पुलिस ने जिम 7 सोशल मीडिया अकाउंट को अफवाह फैलाने के लिए चिन्हित किया है उसमें- ब्रजेश कुमार प्रजापति (@brajeshkmpraja), राजन शाक्य (@RAJJANS206251), अशफाक खान (@AshfaqK12565342), सत्य प्रकाश (@Satyapr78049500), प्रियंका मौर्य (@Priyank232332), आकाश सिंह भारत (@Akashsinghjatav) और अभिमन्यु सिंह (@Abhimanyu1305) शामिल हैं।
इसके अलावा इंस्टाग्राम एकाउंट, टाइगर यादव (@tigeryadav519) से भी एक वीडियो पोस्ट किया गया, जिसमें नाट्य रूपांतरण करते हुए यह दिखाया जा रहा था कि कुंभ मेला में मृतकों के शवों को नदी में प्रवाहित कराया जा रहा है।साथ ही बताया जा रहा था कि जिनकी सांस चल रही है, उनकी किडनी को निकाल कर उनके शवों को नदी में प्रवाहित किया जा रहा है।