नई दिल्ली, 02 मार्च। Premanand Maharaj On Womens Past : आज कल के इस जमाने में आमतौर पर शादी से पहले कई लोगों के प्रेम संबंध होते हैं। कई लोग तो शादी से पहले ही अपने प्रेम संबंधों को शारीरिक संबंध तक लेकर चले जाते हैं। बाद में कुछ कारणवश ऐसे लोगों की शादियां उनके प्रेमी या फिर प्रेमिका से नहीं हो पाती। ऐसे में जो भी पार्टनर उस इंसान को मिलता है।
क्या उससे अपने पुराने संबंधों के बारे में जिक्र कर सकते हैं यानी क्या लोगों को अपने पति या फिर पत्नी को अपने पुराने संबंधों के बारे में बता देना चाहिए या नहीं। शादी के बाद कई मामलों में ऐसा हुआ है, जब पति और पत्नी के रिश्तों में खटास सिर्फ इस वजह से आ जाते (Premanand Maharaj On Womens Past)हैं क्योंकि उनके पति या फिर पत्नी को उनके अतीत के संबंधों के बारे में पता चल गया हो।
महिला के सवाल पर महाराज जी ने दिया ये जवाब
कुछ ऐसा ही सवाल एक महिला ने प्रेमानंद जी महाराज से पूछा। जिसके बारे में प्रेमानंद जी महाराज ने लोगों को अपनी राय दी है। इस गंभीर सवाल के जवाब में प्रेमानंद जी महाराज ने जवाब देते हुए कहा- हमें कोशिश करनी (Premanand Maharaj On Womens Past)चाहिए कि हम अपने पति या फिर पत्नी को अपने पुराने रिश्तों के बारे में उनसे जिक्र ना करें। ऐसा करने से उनके प्यार में कमी आ सकती है।
जो गलती हमसे हमारे अतीत में हो गई वो हो गई लेकिन आगे से हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अब इस तरह की गलती दोबारा ना हो। शादी के बाद महिला को अपने पति में परमेश्वर देखना चाहिए। अपने पति के अलावा उसे किसी भी गैर मर्द से कोई संबंध नहीं रखना चाहिए और वैसे ही एक पुरुष को अपनी पत्नी को ही अर्धांगिनी मानना चाहिए और उसे भी अपनी पत्नी के अलावा किसी भी पराई स्त्री पर नजर नहीं डालनी चाहिए।