बिलासपुर, 28 दिसंबर। Principle Murder In Bilaspur : न्यायधानी के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी चिल्हाटी में प्राचार्य मनोज चन्द्राकर की हत्या के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी हरीश पैकरा गिरफ्तारी से बचने के लिए महाराष्ट्र की ओर फरार हो रहा था, जिसे डोंगरगढ़ में घेराबंदी कर पकड़ा गया। पुलिस की पूछताछ में प्रिंसिपल के आरोपी ने जो खुलासा किया उसे जानकर पुलिस भी हैरान रह गई।
बता दें, कि बीते 26 दिसम्बर को हाउसिंग बोर्ड चिल्हाटी निवासी प्राचार्य मनोज कुमार चन्द्राकर की हत्या कर दी गई थी। घटना की सूचना पर एसीसीयू, एफएसएल टीम, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट एवं स्निफर डॉग को मौके पर बुलाकर घटना की जांच शुरू की (Principle Murder In Bilaspur)गई।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला, कि मृतक मनोज चन्द्राकर शासकीय हाई स्कूल डोंगरी थाना बलौदा जिला जांजगीर में प्राचार्य के पद पर पदस्थ था, जो कि लगभग 2 माह से मकान नम्बर 39 को किराए पर लेकर अपने परिवार के साथ रहता था, जो 19 दिसम्बर को परिवार सहित अपने मूल निवास बिरगहनी थाना बलौदा गया था, और 22 दिसम्बर को बैंक में जरूरी काम होने का हवाला देकर अकेले वापस आ गया था। पड़ोसियों ने उसे अंतिम बार 24 दिसम्बर की शाम को देखा था।
पुलिस को पूछताछ में पता चला, कि मृतक मनोज कुमार चन्द्राकर दिनांक 24 दिसम्बर की शाम अपने पल्सर मोटरसाइकिल से एक अज्ञात व्यक्ति के साथ मकान में आया था। इस आधार पर उक्त अज्ञात व्यक्ति की तलाश हेतु चिल्हाटी से बिलासपुर, जांजगीर चांपा, कोरबा, अंबिकापुर, रायपुर की ओर जाने वाले रास्ते पर लगे लगभग 300 सीसीटीवी कैमरों की जांच की (Principle Murder In Bilaspur)गई।
पुलिस को मिले गोपनीय इनपुट के आधार पर आरोपी हरीश पैकरा पर संदेह होने पर उसकी तलाश शुरू की, जिसके बाद पुलिस ने उसे घेराबंदी कर डोंगरगढ़ से गिरफ्तार किया।
अप्राकृतिक कृत्य बना हत्या की वजह
पुलिस ने जब आरोपी हरीश पैकरा को पकड़कर पूछताछ की, तो उसने बताया, कि बीते 23 दिसम्बर को बिलासपुर रेलवे स्टेशन में उसकी पहचान मनोज चन्द्राकर से हुई थी, जिसके बाद अगले दिन यानी 24 दिसम्बर की रात मनोज उसे अपने घर पर पार्टी करने बुलाया। जहां दोनों ने साथ में चिकन खाया और शराब भी पी। हरीश ने बताया कि मनोज ने नशे की हालत में उसके साथ अप्राकृतिक कृत्य किया।
जिससे नाराज होकर उसने किचन में रखे रोटी बनाने के तवा से मनोज के सिर पर प्राणघातक हमला कर उसकी हत्या कर (Principle Murder In Bilaspur)दी। इस वारदात को अंजाम देने के बाद हरीश गिरफ्तारी से बचने के लिए महाराष्ट्र की ओर भाग रहा था, लेकिन डोंगरगढ़ में पुलिस ने उसे धर दबोचा।