भिलाई/रायपुर, 18 जुलाई। Raid at Ex CM House : छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बार फिर उबाल आ गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई स्थित निवास पर तीसरी बार छापा मारा है। यह कार्रवाई 3200 करोड़ रुपये के कथित शराब घोटाले और महादेव सट्टा एप मामले से जुड़ी बताई जा रही है।
ईडी के अधिकारी शुक्रवार सुबह तीन गाड़ियों में सवार होकर सीआरपीएफ जवानों के साथ भूपेश बघेल के निवास पहुंचे। टीम ने घर को चारों ओर से घेर लिया और दस्तावेजों की गहन पड़ताल शुरू की। बताया जा रहा है कि यह छापा सिर्फ भूपेश बघेल के निवास तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके करीबी सहयोगियों के ठिकानों पर भी समानांतर छापामारी चल रही है।
अब तक की बड़ी बातें
- ईडी की यह तीसरी दबिश है, इससे पहले 10 मार्च और 26 मार्च को भी कार्रवाई हो चुकी है।
- 23 अगस्त 2024 को भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के निवास पर भी ईडी ने छापा मारा था।
- महादेव सट्टा एप और शराब घोटाले में ईडी अब तक कई करोड़ की संपत्तियों को जब्त कर चुकी है।
भूपेश बघेल ने ईडी छापे को बताया राजनीतिक साजिश
ईडी की कार्रवाई के तुरंत बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, “आज विधानसभा सत्र का आखिरी दिन है। अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा आज उठना था। भिलाई निवास में साहेब ने ईडी भेज दी है।” उनके इस बयान को एक राजनीतिक इशारा माना जा रहा है, जिससे केंद्र सरकार और ईडी की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
भिलाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जमावड़ा
ईडी की दबिश की खबर फैलते ही भूपेश बघेल के समर्थन में सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और स्थानीय लोग उनके निवास के बाहर जुटने लगे। नारेबाजी शुरू हो गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया। स्थिति को देखते हुए सीआरपीएफ की अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात कर दी गई हैं।
घोटाले से जुड़ा पृष्ठभूमि
- महादेव सट्टा एप घोटाला एक ऑनलाइन सट्टा रैकेट से जुड़ा है।
- भारी मात्रा में काले धन के लेन-देन की बात सामने आई है।
- वहीं, 3200 करोड़ के शराब घोटाले में छत्तीसगढ़ में शराब की अवैध बिक्री।
- कथित कमीशनखोरी की जांच की जा रही है।
ईडी की कार्रवाई (Raid at Ex CM House) अभी जारी है। सूत्रों के मुताबिक, इस बार की जांच पूर्व सीएम के डिजिटल डिवाइसेज और वित्तीय दस्तावेजों पर केंद्रित है। कांग्रेस ने इस छापेमारी को “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” करार देते हुए दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की तैयारी भी शुरू कर दी है।