Rajasthan Student English Question : इंग्लिश में सवाल सुन शिक्षा मंत्री ने जोड़े हाथ, कहा- ‘मैं गांव का आदमी हूं’…फिर छात्रा ने खोल दी सरकारी स्कूलों की पोल…देखें Video…

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बारां, 7 जून। Rajasthan Student English Question : राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर एक आम जनसुनवाई के दौरान तब असहज हो गए, जब एक स्कूली छात्रा ने उनसे धाराप्रवाह अंग्रेजी में सवाल पूछना शुरू किया। यह पल सिर्फ एक संवाद नहीं था, बल्कि सरकारी शिक्षा व्यवस्था की ज़मीनी हकीकत को सामने लाने का साहसी प्रयास भी था।

जनसुनवाई में अंग्रेज़ी से मंत्री ‘असहज’
जिला परिषद सभागार में शुक्रवार को जब बारां जिले की छात्रा दामिनी हाडा ने शिक्षा मंत्री से अंग्रेज़ी में सवाल पूछे, तो मंत्री मुस्कराए, हाथ जोड़ लिए और बोले —

“मैं तो गांव का आदमी हूं, अंग्रेजी समझ में नहीं आती।”

उनकी विनम्र प्रतिक्रिया ने माहौल को हल्का कर दिया, लेकिन सवाल गंभीर था और छात्रा ने हिंदी में संवाद जारी रखते हुए बेबाकी से सरकार को आइना (जून। Rajasthan Student English Question)दिखाया।

सरकारी स्कूलों की हकीकत रखी सामने
छात्रा दामिनी ने कहा कि जिले और प्रदेश में कई गांव ऐसे हैं, जहां सरकारी स्कूल ही नहीं हैं। कहीं स्कूल हैं तो भवन बदहाल हैं, तो कहीं छात्रों की संख्या के अनुपात में शिक्षक बहुत कम हैं।

उसने कहा:

“मैं किसी निजी स्वार्थ से नहीं आई हूं। मैं यहां प्रदेश के बच्चों की तरफ से आई हूं, जो हर दिन शिक्षा के लिए संघर्ष कर रहे (जून। Rajasthan Student English Question)हैं।”

मंत्री ने दी आंकड़ों से सफाई, छात्रा ने फिर साधा सवाल
शिक्षा मंत्री ने जवाब में कहा कि हाल ही में उन्होंने 200 से अधिक मेधावी छात्रों को सम्मानित किया है, जिनमें से अधिकतर सरकारी स्कूलों से थे। लेकिन दामिनी ने दो टूक कहा कि सम्मान से पहले सिस्टम को सुधारना ज़रूरी है।

मीडिया से कहा- मैं सब छात्रों की आवाज़ हूं
मीडिया से बातचीत में दामिनी ने कहा कि उसका मकसद किसी को शर्मिंदा करना नहीं, बल्कि छात्रों की हक की आवाज़ पहुंचाना है।

“गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा का अधिकार है। जब सरकारी स्कूल ही नहीं होंगे, या उनमें शिक्षक नहीं होंगे, तो हम कैसे आगे (जून। Rajasthan Student English Question)बढ़ेंगे?”

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। लोग छात्रा की साहसिकता और समझदारी की तारीफ कर रहे हैं, तो वहीं शिक्षा मंत्री की सहजता को भी सराह रहे हैं।