भोपाल, 21 जनवरी। Ram Setu : जहां देश-दुनिया में भगवान श्रीराम के अभिषेक को लेकर उत्साह देखा जा रहा है, वहीं राजधानी भोपाल में शीतल दास के बगीचे में तालाब में राम के नाम की शिलाएं छोड़ी गई हैं। नल नील सहित वानर सेना शहर के बड़े तालाब में राम नाम लिखे तैरते पत्थर पर दीपक भी जलते दिखे।
दरअसल यह पत्थर वास्तविक नहीं होंगे, बल्कि आर्टिफिशियल होंगे, जो थर्माकोल सहित अन्य वस्तुओं से तैयार किए गए हैं। इन्हे तालाब में प्रवाहित किया जाएगा और दीपदान किया जाएगा। शहर में राम उत्सव के मौके पर अपने तरीके का यह पहला प्रदर्शन होगा, जब तालाब में पत्थर तैरते हुए दिखेंगे।
नई पीढ़ी के लिए बताने का प्रयास
आपको बता दें कि जब भगवान श्री राम को लंका में प्रवेश करने के लिए समुद्र पार करना पड़ा था, तो एक पत्थर का पुल बनाया गया था और इसे राम सेतु नाम दिया गया था, उसी तर्ज पर आज राजधानी भोपाल के शीतल दास हैं। बगीचे के पास बड़े तालाब में राम नाम के पत्थर पानी में छोड़ दिये गये।
आज की नई पीढ़ी के लिए यह बताने का प्रयास किया गया कि राम का व्यक्तित्व क्या था, उन्हें मर्यादा पुरूषोत्तम राम क्यों कहा जाता था, राम सेतु के निर्माण में भालू, बंदर और गिलहरियों की भूमिका का भी वर्णन रामायण में किया गया है।
सिंधु सेना और गुरुनानक मंडल की ओर से इस आयोजन की तैयारी की जा रही है। इसके लिए आर्टिफिशियल पत्थर, राम नाम स्लोगन और दीप प्रवाहित कर इसकी रिहर्सल भी कइ गई है। 20 जनवरी को शाम 6 बजे से शीतलदास की बगिया में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसमें 100 से अधिक पत्थर शामिल हुए, जिन्हें बड़े तालाब में प्रवाहित किया गया। इस दौरान आकर्षक लाइटिंग (Ram Setu) देखी गई है। संगीतमय भजन सहित रामायण के प्रसंगों पर आधारित कार्यक्रम भी हुआ।