हावेरी/कर्नाटक, 24 मई। Rapists took Victory Procession : इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला कर्नाटक के हावेरी जिले से सामने आया है, जहां साल 2024 के चर्चित हनगल सामूहिक दुष्कर्म मामले में शामिल सात आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उन्होंने विजय जुलूस निकाला, जिससे आम लोगों और सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश फैल गया है।
यह घटना हावेरी के अक्की अलूर शहर की है, जहां मोटरसाइकिलों और कारों के काफिले में जमानत पर छूटे आरोपी सड़कों पर निकले। वायरल हो रहे वीडियो में आरोपी मुस्कुराते हुए और ‘विक्ट्री’ साइन दिखाते हुए नजर आ रहे हैं। यह जुलूस ऐसे समय निकाला गया जब पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग अब भी जारी है।
सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों ने कानूनी व्यवस्था पर सवाल उठाने शुरू कर दिए। कई यूज़र्स ने पूछा कि आख़िर ऐसी घटनाओं में आरोपियों को इतनी जल्दी जमानत कैसे मिल जाती है, और क्या यह पीड़िताओं के लिए दोबारा मानसिक शोषण जैसा नहीं है?
पुलिस की कार्रवाई
लोगों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए चार आरोपियों को दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि यह जुलूस अदालत की शर्तों का उल्लंघन था और समाज में डर का माहौल पैदा कर सकता है। शेष आरोपियों के खिलाफ भी कानूनी प्रक्रिया फिर से शुरू की जा सकती है।
क्या है हनगल केस?
ये मामला 16 महीने पुराना है। पुलिस के अनुसार, उस दौरान कर्नाटक के हावेसी में (Rapists took Victory Procession) एक अंतरधार्मिक जोड़े के होटल के कमरे में कई लोग घुस आए थे। इसके बाद आरोपियों ने महिला को घसीटकर पास के जंगल में ले गए और कथित तौर पर उसका गैंगरेप किया। मामला जब सामने आया तो पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था और आरोपियों को गिरफ्तार किया। अब इस मामले में आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिल गई है।
जनता और महिला संगठनों की मांग
- जमानत रद्द की जाए
- सख्त कानूनी कार्रवाई हो
- पीड़िता की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए