रायपुर, 27 मई। Rationalization Update : शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में जारी किए गए युक्तियुक्तिकरण आदेश पर शिक्षक नेताओं और साझा मंच ने तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उनका आरोप है कि विभाग ने यह कदम अपनी विफलताओं को छुपाने और शिक्षकों के अधिकारों का उल्लंघन करने के उद्देश्य से उठाया है।
शिक्षक नेताओं के सवाल
शिक्षक नेताओं ने विभाग से निम्नलिखित सवाल पूछे हैं:
- युक्तियुक्तिकरण की आवश्यकता: यदि शिक्षकों की संख्या में कमी नहीं थी, तो यह आदेश क्यों जारी किया गया?
- शिक्षकों की स्थानांतरण नीति: क्या यह आदेश शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए एक नया तरीका है?
- शिक्षकों के अधिकारों का उल्लंघन: क्या विभाग ने इस आदेश के माध्यम से शिक्षकों के अधिकारों का उल्लंघन किया है?
- विभागीय विफलताओं का छुपाव: क्या विभाग ने अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए यह आदेश जारी किया है?
विभाग का पक्ष
विभाग ने इस आदेश को शिक्षकों की कार्यक्षमता और विद्यालयों की आवश्यकता के अनुसार युक्तियुक्तिकरण के रूप में प्रस्तुत किया है। उनका कहना है कि यह कदम शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने और संसाधनों के उचित उपयोग के लिए उठाया गया है।
शिक्षक नेताओं (Rationalization Update) और साझा मंच की चिंताएं विभाग के इस कदम के प्रति संदेह और विरोध को दर्शाती हैं। वे चाहते हैं कि विभाग इस आदेश के पीछे के कारणों को स्पष्ट करे और शिक्षकों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करे। मनीष मिश्रा, केदार जैन और वीरेंद्र दुबे के सवालों का शिक्षा विभाग के पास क्या जवाब है? क्या विभाग ने अपनी गलती छिपाने के लिए युक्तियुक्तकरण आदेश जारी किया है ?