राजस्थान, 25 जुलाई। Red Diary : राजस्थान के कांग्रेस विधायक राजेंद्र गुढ़ा को मार्शल के ज़रिए घसीटकर सदन से बाहर फेंक दिया गया। इसका कारण वह लाल डायरी है जिसके बारे में कहा जाता है कि उसमें कई कांग्रेस नेताओं के राज छिपे हुए हैं। गुढ़ा का दावा है कि इस डायरी में करोड़ों रुपयों के लेन-देन का ज़िक्र है।
कांग्रेस नेता के घर से उठाई गई लाल डायरी
गुढ़ा का दावा है कि यह डायरी उन्होंने मुख्यमंत्री के विश्वस्त माने जाने वाले एक कांग्रेस नेता के घर से तब उठा ली थी जब उस नेता के घर ईडी का छापा पड़ा था। गुढ़ा ने यह दावा भी किया है कि उनसे बार-बार यह पूछा जाता रहा कि उस डायरी को जलाया या नहीं? अगर इस डायरी में कुछ ख़ास नहीं होता तो जलाने की बात क्यों की जाती?
दरअसल गुढ़ा पहले बसपा में थे। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को जब विधायकों का संख्याबल बढ़ाना था, तब गुढ़ा के नेतृत्व में ही छह बसपा विधायकों ने सरकार का साथ दिया था और बाद में ये सब के सब कांग्रेसी भी हो गए थे। इनका मलाल यह है कि सरकार को बचाने का इन्हें उचित इनाम नहीं मिल पाया। गुढ़ा भी राज्यमंत्री के ओहदे तक ही सीमित रहे, जबकि उनकी मंशा कैबिनेट मिनिस्टर बनने की थी। गुढ़ा राजनीति के बड़े चतुर खिलाड़ी हैं, लेकिन इस बार उनके हाथ में कुछ नहीं है।
पूर्व में भी अपनी ही सरकार पर बरसे
पिछले दिनों राज्यमंत्री रहते हुए विधानसभा सत्र के दौरान वे अपनी ही सरकार पर बुरी तरह बरस पड़े थे। हो सकता है इसके बाद उन्हें समझाया गया हो, लेकिन वे नहीं माने। सरकार का विरोध करते रहे। आख़िरकार मंत्री पद से बर्खास्त कर दिए गए। बर्ख़ास्तगी से सरकार को कोई परेशानी नहीं हुई क्योंकि गुढ़ा अब बाक़ायदा कांग्रेस के विधायक हैं, बसपा के नहीं। ऐसे में वे कांग्रेस छोड़ते भी हैं तो उनकी सदस्यता (Red Diary) चली जाएगी। पाँच साथियों के साथ पार्टी छोड़ेंगे तब भी सदस्यता बचना मुश्किल है।