Reel on Railway Track : सोशल मीडिया की सनक…! इंस्टाग्राम रील के लिए रेलवे ट्रैक पर जानलेवा स्टंट…पुलिस ने रोका बड़ा हादसा…तीन नाबालिग गिरफ्तार…यहां देखें VIDEO

Spread the love

बौध/ओडिशा, 08 जुलाई। Reel on Railway Track : सोशल मीडिया पर कुछ लाइक, फॉलोअर्स और वायरल होने की चाहत अब बच्चों को खतरनाक रास्तों पर ले जा रही है। ऐसी ही एक चौंकाने वाली घटना ओडिशा के बौध जिले से सामने आई है, जहां तीन नाबालिग लड़कों ने इंस्टाग्राम रील बनाने के लिए अपनी जान को जोखिम में डाल दिया।

रेलवे ट्रैक पर कर रहे थे स्टंट

जानकारी के मुताबिक, तीनों लड़के रेलवे ट्रैक के पास खतरनाक स्टंट कर रहे थे। वे इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर अपलोड कर ‘वायरल’ करना चाहते थे। लेकिन स्थानीय लोगों की सतर्कता से समय रहते बड़ा हादसा टल गया।

पुलिस ने रोका, परिजनों को दी चेतावनी

मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने बच्चों को तुरंत रोक लिया और उनके परिजनों को बुलाकर पूछताछ की। जांच में पता चला कि वे एक वायरल वीडियो को रीक्रिएट करने की कोशिश कर रहे थे। बच्चों को समझाइश देने के साथ-साथ पुलिस ने उनके माता-पिता को भी आगाह किया कि वे अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखें।

बच्चों की डिजिटल दुनिया से बढ़ती दूरी वास्तविकता से

यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि सोशल मीडिया पर ‘लाइक’ और ‘व्यूज’ की दौड़ अब बच्चों के मनोविज्ञान को किस कदर प्रभावित कर रही है। वर्चुअल पहचान पाने की होड़ में बच्चे हकीकत और खतरे में फर्क नहीं कर पा रहे हैं।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

मनोविज्ञानियों का मानना है कि सोशल मीडिया पर ‘वैलिडेशन’ की चाह अब किशोरों में तुरंत प्रसिद्धि और पहचान पाने की ललक को जन्म दे रही है, जो कई बार उन्हें जोखिम भरे निर्णय लेने को प्रेरित करती है। जरूरत है जागरूकता और संवाद की, ताकि युवा सोशल मीडिया का इस्तेमाल रचनात्मकता के लिए करें, न कि जान जोखिम में डालने के लिए।

रेलवे ट्रैक पर रील बनाने (Reel on Railway Track) की घटना से यह साफ है कि बच्चों में डिजिटल प्रसिद्धि की चाह किस हद तक हावी हो चुकी है। माता-पिता और शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे समय रहते बच्चों को समझाएं और सोशल मीडिया की सीमाएं बताएं, ताकि कोई भी वायरल वीडियो उनकी ज़िंदगी पर भारी न पड़े।